दिवाली पर साइबर फ्रॉड का नया खेल! क्या आपका अकाउंट भी खतरे में है?
फेस्टिव सीजन में बढ़ रहे हैं Cyber Fraud केस। AI और WhatsApp Hack के जरिए जालसाज कैसे बना रहे हैं लोगों को शिकार? पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

दिवाली पर साइबर फ्रॉड का नया खेल!
delhi
12:50 PM, Sep 29, 2025
O News हिंदी Desk
साइबर फ्रॉड अलर्ट: दिवाली पर 'उल्लू' बनाने वाले मैसेज से बचें, जरा सी गलती खाली कर सकती है बैंक अकाउंट
नई दिल्ली। फेस्टिव सीजन यानी खरीदारी, तोहफों और खुशियों का मौसम। लेकिन यही समय साइबर अपराधियों के लिए भी ‘सोने की खान’ साबित हो रहा है। जैसे-जैसे दिवाली और अन्य त्यौहार नजदीक आते हैं, ऑनलाइन धोखाधड़ी (Cyber Fraud) के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली से पहले ऑनलाइन शॉपिंग, ई-गिफ्ट कार्ड और डिस्काउंट ऑफर्स के नाम पर साइबर ठगी लगभग 40% तक बढ़ जाती है।
आज हम आपको एक ऐसी चौंकाने वाली सच्चाई बताने जा रहे हैं, जहां जरा-सी लापरवाही किसी भी व्यक्ति का बैंक अकाउंट खाली कर सकती है। साथ ही यह भी जानेंगे कि आखिर क्यों AI (Artificial Intelligence) ने साइबर अपराधियों का काम और आसान बना दिया है और आपको किन सावधानियों की जरूरत है।
सीमा का केस स्टडी: रूममेट के नाम पर हुआ फ्रॉड
दिल्ली की एक कंपनी में काम करने वाली सीमा (बदला हुआ नाम) अपनी छुट्टियों से पहले ऑफिस का काम निपटा रही थीं। तभी उनके मोबाइल पर एक WhatsApp Message आया। नंबर अनजान था, लेकिन डिस्प्ले पिक्चर (DP) उनकी रूममेट की थी।
मैसेज में लिखा था कि उनकी मां के लिए सूरत से फूड प्रोसेसर खरीदना है लेकिन UPI काम नहीं कर रहा, इसलिए 6000 रुपये भेज दो। चूंकि सीमा ने अपनी रूममेट को दो दिन पहले फूड प्रोसेसर देखते हुए देखा था, इसलिए बिना शक किए उन्होंने तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दिए।
घर पहुंचने पर जब उन्होंने रूममेट से पूछा, तो पूरी सच्चाई सामने आई। सीमा के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी हो चुकी थी। यानी वे भी दिवाली सीजन में ‘उल्लू’ बनाने वाले मैसेज का शिकार हो गईं।
क्यों बढ़ रहे हैं दिवाली पर Cyber Fraud के मामले?
साइबर सुरक्षा कंपनियों का कहना है कि फेस्टिव सीजन में लोग ऑनलाइन शॉपिंग, ट्रैवल बुकिंग और ई-गिफ्टिंग पर ज्यादा खर्च करते हैं। इसी मौके का फायदा उठाकर ठग सक्रिय हो जाते हैं।
- McAfee की एक रिपोर्ट के अनुसार, दशहरा और दिवाली पर लगभग 95% भारतीय ऑनलाइन शॉपिंग की योजना बनाते हैं।
- इसी दौरान धोखाधड़ी की घटनाओं में 40% तक की बढ़ोतरी दर्ज की जाती है।
- इनमे से करीब 15% हमले व्यवहार-आधारित (Behavior-based) होते हैं, यानी अपराधी आपके ऑनलाइन सर्च पैटर्न, शॉपिंग इंटरेस्ट और सोशल मीडिया एक्टिविटी को देखकर व्यक्तिगत संदेश तैयार करते हैं।
AI और Cyber Crime: धोखेबाजों का नया हथियार
पहले साइबर फ्रॉड ईमेल और एसएमएस के जरिए होते थे, लेकिन अब AI (Artificial Intelligence) और Machine Learning ने इन अपराधियों को और भी खतरनाक बना दिया है।
- अब धोखेबाज ऐसे फिशिंग मैसेज (Phishing Messages) बना लेते हैं, जो बिल्कुल व्यक्तिगत लगते हैं।
- AI की मदद से ठग आपके सर्च हिस्ट्री, शॉपिंग पैटर्न और सोशल मीडिया एक्टिविटी से डेटा निकालकर आपके लिए टारगेटेड ऑफर या मैसेज तैयार कर सकते हैं।
- हाल ही में देखा गया है कि AI-generated Celebrity Endorsements का भी गलत इस्तेमाल हो रहा है। इसमें किसी बड़े सेलिब्रिटी के नाम से नकली विज्ञापन बनाकर भारी डिस्काउंट ऑफर दिए जाते हैं।
WhatsApp Hack और ई-गिफ्ट कार्ड ट्रोजन
साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स बताते हैं कि दिवाली जैसे त्योहारों में लोग ई-गिफ्ट कार्ड और फेस्टिव ग्रीटिंग मैसेज ज्यादा शेयर करते हैं। लेकिन यही सबसे बड़ा खतरा है।
- कई बार कोई इमेज या एनिमेशन असल में Mobile Trojan Virus होता है, जो आपके फोन को हैक कर सकता है।
- इसके बाद ठग आपका WhatsApp कंट्रोल कर लेते हैं और आपके कॉन्टैक्ट्स को पैसे मांगने वाले मैसेज भेजते हैं।
- रिसर्च के मुताबिक, अगर 100 लोगों को ऐसे मैसेज भेजे जाएं, तो कम से कम 4 से 5 लोग तुरंत पैसे भेज देते हैं।
40% की बढ़त, क्यों हो रहे हैं हमले ज्यादा?
फेस्टिव सीजन में साइबर फ्रॉड बढ़ने के पीछे तीन बड़ी वजहें बताई जा रही हैं:
- भावनात्मक शोषण (Emotional Manipulation): त्योहारों पर लोग खुश रहते हैं और आसानी से मदद के लिए तैयार हो जाते हैं।
- छोटे अमाउंट का लालच: धोखेबाज आमतौर पर 5000-10000 रुपये जैसे छोटे अमाउंट मांगते हैं, ताकि लोगों को शक न हो।
- टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग: AI, Deepfake और Machine Learning ने अपराधियों को पर्सनलाइज्ड फ्रॉड मैसेज बनाने में सक्षम बना दिया है।
साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय
त्योहारों में सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल पेमेंट के लिए कुछ बेसिक सावधानियां बेहद जरूरी हैं।
1. अनजान लिंक पर क्लिक न करें
ईमेल, SMS या WhatsApp पर आए Discount Offer या Prize Link पर क्लिक करने से बचें।
2. पैसे भेजने से पहले कॉल करें
अगर कोई दोस्त या रिश्तेदार पैसे मांगे, तो तुरंत फोन करके वेरिफाई करें।
3. UPI पिन कभी शेयर न करें
कोई भी बैंक या ऐप UPI PIN या OTP नहीं मांगता। इसे कभी शेयर न करें।
4. Strong Password और 2FA का इस्तेमाल
हर बैंकिंग और शॉपिंग ऐप पर Two-Factor Authentication (2FA) और स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
5. Official App/Website से खरीदारी करें
हमेशा ब्राउज़र में खुद से वेबसाइट टाइप करके शॉपिंग करें। गूगल ऐड्स या थर्ड पार्टी लिंक से बचें।
6. एंटीवायरस और सिक्योरिटी अपडेट
मोबाइल और लैपटॉप में Trusted Antivirus Software इंस्टॉल करें और हमेशा सिक्योरिटी अपडेट ऑन रखें।
सरकार और बैंकों की पहल
भारत सरकार और बैंकों ने साइबर फ्रॉड रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- National Cyber Crime Helpline – 1930 पर तुरंत शिकायत की जा सकती है।
- cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है।
- कई बैंक अब AI-based Fraud Detection System का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो संदिग्ध ट्रांजैक्शन को तुरंत ब्लॉक कर देता है।
निष्कर्ष: सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच
दिवाली और फेस्टिव सीजन खुशियों का समय है, लेकिन इसी समय साइबर अपराधी सबसे ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। सीमा जैसे केस यह साबित करते हैं कि किसी भी छोटे मैसेज या रिक्वेस्ट पर बिना वेरिफाई किए पैसे भेजना कितना खतरनाक हो सकता है।
याद रखें – 👉 एक क्लिक आपकी पूरी बचत ले सकता है। 👉 एक कॉल आपको लाखों का नुकसान होने से बचा सकता है।
इसलिए इस दिवाली, ऑनलाइन शॉपिंग और गिफ्टिंग करते समय सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।
Source: NBt