8 अक्टूबर से UPI पेमेंट बिना PIN के होगा। अब फेस या फिंगरप्रिंट से तुरंत पेमेंट करें। जानें कैसे एक्टिवेट करें और सुरक्षा टिप्स।
8 अक्टूबर से UPI पेमेंट बिना PIN के होगा। अब फेस या फिंगरप्रिंट से तुरंत पेमेंट करें। जानें कैसे एक्टिवेट करें और सुरक्षा टिप्स।

UPI Payment New Rule
delhi
12:46 PM, Oct 8, 2025
O News हिंदी Desk
UPI पेमेंट बिना PIN के! अब फेस या फिंगरप्रिंट से होगा भुगतान, जानिए पूरी डिटेल
दिनांक: 8 अक्टूबर 2025 | श्रेणी: टेक्नोलॉजी / डिजिटल इंडिया
भारत का सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI (Unified Payments Interface) आज से एक नए दौर में प्रवेश कर गया है। अब आप बिना PIN डाले सिर्फ चेहरे (Face Recognition) या फिंगरप्रिंट (Fingerprint Scan) के ज़रिए UPI पेमेंट कर पाएंगे। यानी अब न PIN याद रखने की झंझट और न ही बार-बार टाइप करने का झंझट। 8 अक्टूबर 2025 से यह सुविधा देशभर में शुरू हो गई है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इसे आधार-आधारित बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के तहत लॉन्च किया है, जिससे डिजिटल पेमेंट अब और भी तेज़, आसान और सुरक्षित बन गया है।
1. अब फेस या फिंगरप्रिंट से होगा पेमेंट अप्रूव
मुंबई में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल 2025 में वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू ने इस नई सुविधा की शुरुआत की। इस नए फीचर के तहत अब यूजर्स अपने किसी भी UPI ट्रांजैक्शन को Face Recognition या Fingerprint Scan के ज़रिए अप्रूव कर सकते हैं। यानि, जब भी आप कोई पेमेंट करेंगे, तो पिन डालने की बजाय आपका चेहरा या उंगली आपका पासवर्ड बनेगी।
यह सिस्टम सबसे पहले BHIM, PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे प्रमुख ऐप्स में रोल आउट किया जाएगा। धीरे-धीरे बाकी UPI ऐप्स में भी यह सुविधा जोड़ी जाएगी।
2. कैसे करेगा काम यह नया सिस्टम?
यह नई सुविधा Aadhaar Database से जुड़ी है। केंद्र सरकार के पास पहले से ही सभी आधार कार्ड धारकों के फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन (iris scan) और फेशियल डेटा का रिकॉर्ड सुरक्षित है। अब पेमेंट करते वक्त जब यूजर ‘Authenticate via Biometric’ चुनेगा, तो उसका बायोमेट्रिक डेटा UIDAI (Unique Identification Authority of India) के डेटाबेस से मैच किया जाएगा। अगर पहचान सफल होती है, तो ट्रांजैक्शन तुरंत अप्रूव हो जाएगा।
इससे पेमेंट प्रोसेस और तेज़ हो जाएगा क्योंकि इसमें न तो OTP की जरूरत है, न ही PIN की।
3. RBI की नई गाइडलाइन से मिला रास्ता
इस क्रांतिकारी बदलाव के पीछे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नई गाइडलाइन है। हाल ही में RBI ने यह अनुमति दी थी कि बैंक और फिनटेक कंपनियां पारंपरिक PIN सिस्टम के अलावा वैकल्पिक ऑथेंटिकेशन तरीकों को अपना सकती हैं। इसके बाद NPCI ने आधार-आधारित बायोमेट्रिक सिस्टम को UPI से जोड़ने का रास्ता साफ किया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन को नई ऊँचाई पर ले जाएगा और पेमेंट फ्रॉड्स पर रोक लगाएगा।
4. सुरक्षा और सुविधा – दोनों का मेल
डिजिटल पेमेंट विशेषज्ञों का मानना है कि बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन UPI फ्रॉड को काफी हद तक कम करेगा। क्योंकि PIN या पासवर्ड चोरी करना आसान है, लेकिन किसी का फिंगरप्रिंट या चेहरा कॉपी करना लगभग असंभव। इससे पेमेंट अधिक सुरक्षित होंगे।
इसके अलावा यह सुविधा बुज़ुर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित होगी, जिन्हें PIN याद रखना मुश्किल होता है। अब वे सिर्फ फिंगरप्रिंट लगाकर या कैमरे की ओर देखकर पेमेंट कर पाएंगे। यानी डिजिटल पेमेंट का असली “समावेशी भारत” सपना अब सच के करीब है।
5. प्राइवेसी बनी सबसे बड़ी चुनौती
हालांकि सुविधा जितनी आधुनिक है, उतनी ही बड़ी इसकी प्राइवेसी चुनौती भी है। जानकारों का कहना है कि बायोमेट्रिक डेटा अत्यंत संवेदनशील होता है, इसलिए इसके डेटा सिक्योरिटी और यूजर की सहमति पर कड़ी निगरानी जरूरी होगी। NPCI, UIDAI और RBI को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि
- बायोमेट्रिक डेटा एन्क्रिप्टेड रहे,
- थर्ड पार्टी ऐप्स को इस डेटा तक सीधी पहुंच न मिले,
- और कोई भी बैंक या फिनटेक कंपनी इस डेटा का दुरुपयोग न कर सके।
डिजिटल प्राइवेसी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर इन बिंदुओं पर काम हुआ तो यह फीचर भारत को कैशलेस इकोनॉमी के अगले स्तर पर पहुंचा देगा।
UPI में Face या Fingerprint Payment कैसे एक्टिवेट करें?
अगर आप भी इस नई सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं, तो बस नीचे दिए स्टेप्स फॉलो करें:
- ऐप अपडेट करें: अपने UPI ऐप (BHIM, PhonePe, Google Pay या Paytm) का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड करें।
- डिवाइस सपोर्ट चेक करें: सुनिश्चित करें कि आपके स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर या फेस रिकग्निशन फीचर मौजूद और एक्टिव है।
- Aadhaar लिंकिंग करें: आपका बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी है। बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन इसी डेटा पर आधारित है।
- ऐप सेटिंग में जाएं: UPI ऐप खोलें → Settings → Security या Authentication → “Biometric Payment Authentication” विकल्प ऑन करें।
- वेरिफिकेशन करें: ऐप एक बार आपका फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन वेरिफिकेशन मांगेगा। सफल होने पर फीचर सक्रिय हो जाएगा।
- अब पेमेंट ऐसे करें: पेमेंट के समय “Authenticate via Biometric” चुनें → चेहरा स्कैन करें या फिंगरप्रिंट लगाएं → ट्रांजैक्शन पूरा हो जाएगा।
इस फीचर से क्या होगा फायदा?
- तेज़ और आसान पेमेंट: अब PIN डालने में समय नहीं लगेगा।
- बढ़ी हुई सुरक्षा: बायोमेट्रिक डेटा से फेक ट्रांजैक्शन की संभावना लगभग खत्म।
- समावेशी डिजिटलीकरण: तकनीकी रूप से कमजोर या अनपढ़ यूजर्स के लिए आसान सुविधा।
- PIN भूलने की झंझट खत्म: अब याद रखने की जरूरत नहीं।
- फ्रॉड प्रिवेंशन: फिंगरप्रिंट या फेस डेटा को क्लोन करना मुश्किल।
भविष्य की झलक: अब होगा “सिर्फ देखो और पे करो”
यह बदलाव सिर्फ UPI तक सीमित नहीं रहेगा। आने वाले महीनों में ATM निकासी, बैंक लॉगिन, और क्रेडिट कार्ड ऑथेंटिकेशन में भी बायोमेट्रिक सिस्टम शामिल किया जा सकता है। भारत धीरे-धीरे उस दिशा में बढ़ रहा है जहाँ सिर्फ चेहरा देखकर पेमेंट हो जाएगा — “देखो और पे करो” (See & Pay) युग की शुरुआत।
निष्कर्ष: डिजिटल पेमेंट का नया चेहरा
UPI ने भारत को दुनिया में डिजिटल पेमेंट्स का सिरमौर बना दिया है। अब फेस और फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन के साथ यह सिस्टम और भी स्मार्ट, सुरक्षित और मानवीय (Humanized) बन गया है। जहाँ पहले "PIN डालो, फिर पेमेंट करो" कहा जाता था, अब वक्त है कहने का — “चेहरा दिखाओ और पेमेंट हो गया!”
Source: Ndtv