Gold-Silver Price Today: सोना ₹1.19 लाख, चांदी ₹1.5 लाख किलो के पार
सोना-चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड! दिल्ली में गोल्ड ₹1,19,500 प्रति 10 ग्राम, सिल्वर ₹1,50,000 प्रति किलो पहुंचा। चेक करें ताजा MCX Gold-Silver रेट।

Gold-Silver Price Today
delhi
6:56 PM, Sep 29, 2025
O News हिंदी Desk
सोना-चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड: सिल्वर 1.5 लाख रुपये किलो, गोल्ड भी ₹1.19 लाख प्रति 10 ग्राम के पार – चेक करें ताजा भाव
नई दिल्ली: भारत का सर्राफा बाजार सोमवार को ऐतिहासिक उछाल का गवाह बना। चांदी (Silver) और सोना (Gold) दोनों ने ही पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और नए शिखर पर पहुंच गए। दिल्ली सर्राफा बाजार (Delhi Bullion Market) में चांदी की कीमत 7,000 रुपये की भारी छलांग के साथ 1.5 लाख रुपये प्रति किलो (₹1,50,000/Kg Silver Price) पर पहुंच गई। वहीं, सोने (Gold Price) ने भी 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छू लिया।
यह उछाल सिर्फ हाजिर बाजार (Spot Market) तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वायदा कारोबार (MCX Futures) में भी तेजी का माहौल रहा।
क्यों बढ़ रही हैं Gold और Silver की कीमतें?
कारोबारियों और मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इस उछाल के पीछे कई बड़े कारण हैं:
- मजबूत हाजिर मांग (Strong Retail & Jewelry Demand): त्योहारी सीजन और शादियों का मौसम शुरू होने वाला है। भारत में सोना-चांदी की खरीदारी इन अवसरों पर तेजी से बढ़ जाती है।
- रुपये में कमजोरी (Rupee Depreciation): डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी का सीधा असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ा है। आयात महंगा होने से दाम बढ़े हैं।
- सुरक्षित निवेश का ट्रेंड (Safe-Haven Asset): वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेशक गोल्ड और सिल्वर को सुरक्षित निवेश मानकर तेजी से खरीद रहे हैं।
- ग्लोबल मार्केट में तेजी (Global Market Rally): अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोना और चांदी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं। गोल्ड का वायदा भाव (Gold Futures) 3,837.72 डॉलर प्रति औंस और सिल्वर (Silver Price Today) 47.39 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
दिल्ली सर्राफा बाजार में Gold-Silver का ताजा रेट
- सोना (Gold): ₹1,19,500 प्रति 10 ग्राम
- चांदी (Silver): ₹1,50,000 प्रति किलो
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) वायदा कारोबार
- अक्टूबर डिलीवरी गोल्ड: ₹1,14,992 प्रति 10 ग्राम (↑ ₹1,204, +1.06%)
- दिसंबर डिलीवरी गोल्ड: ₹1,15,925 प्रति 10 ग्राम (↑ ₹1,034, +0.9%)
- दिसंबर डिलीवरी सिल्वर: ₹1,44,179 प्रति किलो (↑ ₹2,290, +1.61%)
- मार्च 2026 डिलीवरी सिल्वर: ₹1,45,817 प्रति किलो (↑ ₹2,559, +1.79%)
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
विशेषज्ञ मानते हैं कि फिलहाल गोल्ड और सिल्वर की तेजी जारी रह सकती है। इसके पीछे कारण हैं – फेस्टिव डिमांड, ग्लोबल मार्केट की मजबूती और डॉलर-रुपया का उतार-चढ़ाव।
- कम अवधि के निवेशक (Short-Term Investors): तेजी का फायदा उठाकर मुनाफावसूली कर सकते हैं।
- लंबी अवधि के निवेशक (Long-Term Investors): गोल्ड को अभी भी सुरक्षित निवेश माना जा रहा है। ₹1.10–1.15 लाख रेंज में खरीदी लंबे समय के लिए बेहतर हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
सोने का वायदा भाव (Gold Futures) सोमवार को करीब 1% की तेजी के साथ 3,837.72 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं, चांदी (Silver Futures) में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई और यह 47.39 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
इससे साफ है कि भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में निवेशक Gold-Silver को सुरक्षित पनाहगाह के रूप में अपना रहे हैं।
क्यों है यह खबर आम लोगों के लिए अहम?
भारत में सोना और चांदी सिर्फ निवेश (Investment) का जरिया नहीं बल्कि भावनाओं और परंपरा से भी जुड़ा हुआ है। शादी-ब्याह, त्योहार और धार्मिक अवसरों पर सोने-चांदी की खरीदारी शुभ मानी जाती है।
अब जब सोना-चांदी इतिहास का सबसे ऊंचा स्तर छू चुके हैं, तो आम खरीदारों के लिए यह खबर मायने रखती है।
- शादी की तैयारियों में जुटे परिवारों के लिए सोने-चांदी की बढ़ी कीमतें अतिरिक्त बोझ साबित हो सकती हैं।
- निवेश करने वालों को यह समझना होगा कि कब एंट्री लें और कब मुनाफा बुक करें।
मार्केट एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
दिल्ली के एक वरिष्ठ बुलियन ट्रेडर का कहना है:
“सोने-चांदी की मौजूदा तेजी सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। वैश्विक स्तर पर डॉलर इंडेक्स की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की नीतियों का असर साफ दिख रहा है। निवेशक गोल्ड और सिल्वर को एक सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं। आने वाले दिनों में कीमतों में और उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।”
आगे क्या होगा? (Future Outlook)
- त्योहारी सीजन (Diwali, Dhanteras, Wedding Season): इन मौकों पर सोने-चांदी की खरीदारी परंपरागत रूप से बढ़ जाती है। ऐसे में मांग और दाम दोनों ऊपर रह सकते हैं।
- ग्लोबल इकोनॉमी का दबाव: अमेरिका और यूरोप की अर्थव्यवस्था में सुस्ती से निवेशक गोल्ड-सिल्वर में शरण ले सकते हैं।
- रुपया बनाम डॉलर: अगर रुपया और कमजोर हुआ तो आयात महंगा होगा और कीमतें और चढ़ सकती हैं।
सोना-चांदी की बढ़ती कीमतों का असर
- ज्वेलरी इंडस्ट्री पर दबाव – शादी और त्योहार सीजन में ग्राहकों की खरीद क्षमता प्रभावित हो सकती है।
- आम घरों का बजट बिगड़ेगा – सोने-चांदी के दाम बढ़ने से गहनों की कीमतें आसमान छूएंगी।
- निवेशकों को राहत – जिन्होंने पहले निवेश किया था, उन्हें मोटा मुनाफा मिल रहा है।
निष्कर्ष
सोना और चांदी का मौजूदा उछाल भारतीय अर्थव्यवस्था और आम परिवारों दोनों के लिए बड़ा संकेत है। जहां निवेशक इसे एक सुरक्षित अवसर मानकर मुनाफा कमा रहे हैं, वहीं शादी या त्योहार की तैयारियों में जुटे लोगों के लिए यह कीमतें परेशानी का सबब बन सकती हैं।
हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि वैश्विक आर्थिक दबाव, डॉलर-रुपया उतार-चढ़ाव और घरेलू मांग को देखते हुए गोल्ड और सिल्वर की कीमतें निकट भविष्य में और रिकॉर्ड बना सकती हैं।
Source: Times Now Navbharat