दिल्ली-एनसीआर में H3N2 वायरस का कहर: डॉक्टर से जानें जरूरी बातें
दिल्ली-एनसीआर में H3N2 वायरस तेजी से फैल रहा है। डॉक्टर ने बताया किन 7 बातों का ध्यान रखना जरूरी है—लक्षण, बचाव और इलाज की पूरी जानकारी यहां पढ़ें।

दिल्ली-एनसीआर में H3N2 वायरस का कहर
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8:05 PM, Sep 19, 2025
O News हिंदी Desk
दिल्ली-एनसीआर में H3N2 वायरस का कहर: डॉक्टर से जानें किन 7 बातों को जानना है जरूरी
नई दिल्ली | O News Hindi Desk देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाके (NCR) इन दिनों वायरल फीवर और H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस की चपेट में हैं। हर घर में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अस्पतालों में भी वायरल संक्रमण के केस लगातार रिपोर्ट हो रहे हैं। खासतौर पर सितंबर और अक्टूबर के महीने में यह खतरा और ज्यादा गंभीर हो जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बदलता मौसम, बारिश के बाद बढ़ी नमी और भीड़भाड़ वाली जगहों पर लापरवाही इस वायरस को फैलने का सबसे बड़ा कारण है। यही वजह है कि डॉक्टर लगातार लोगों को सतर्क रहने और सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं।
हमने इस विषय पर शारदा अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ सलाहकार (आंतरिक चिकित्सा) डॉ. श्रेय श्रीवास्तव से बातचीत की। उन्होंने बताया कि H3N2 वायरस एक मौसमी फ्लू है जो गंभीर रूप ले सकता है। समय रहते लक्षण पहचानना और सही इलाज कराना बेहद जरूरी है।
आइए विस्तार से जानते हैं कि इस समय दिल्ली-एनसीआर में फैले वायरल फीवर और H3N2 फ्लू से बचाव के लिए किन सात बातों का ध्यान रखना सबसे जरूरी है।
सितंबर में क्यों बढ़ता है वायरल संक्रमण?
PLOS ग्लोबल पब्लिक हेल्थ की एक स्टडी के मुताबिक, भारत में सितंबर-अक्टूबर के महीने वायरल इंफेक्शन का पीक सीजन माने जाते हैं। इस दौरान हवा में नमी ज्यादा होती है, जो वायरस के लिए सबसे अनुकूल माहौल तैयार करती है। दिल्ली-एनसीआर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में यह संक्रमण तेजी से फैलता है।
क्या है H3N2 वायरस?
H3N2 एक इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो हर साल बारिश और मौसम बदलने के समय सक्रिय हो जाता है। शुरू में इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे लग सकते हैं, लेकिन समय रहते इलाज न मिलने पर यह गंभीर संक्रमण का रूप ले सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर इसे हल्के में लेने की बजाय गंभीरता से निपटने की सलाह देते हैं।
डॉक्टर की सलाह: H3N2 वायरस से बचने के लिए 7 जरूरी बातें
1. लक्षणों को समय पर पहचानें
डॉ. श्रेय श्रीवास्तव बताते हैं कि H3N2 वायरस के प्रमुख लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द और लगातार थकान शामिल हैं। अगर आपको या आपके परिवार में किसी को ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
2. मास्क पहनना न भूलें
महामारी के समय सीखा गया सबसे बड़ा सबक अब भी जरूरी है—मास्क पहनना। डॉक्टरों के अनुसार, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनकर जाना संक्रमण से बचने का सबसे आसान और कारगर तरीका है।
3. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
सार्वजनिक स्थानों, खासकर मॉल, मार्केट और मेट्रो जैसे भीड़ वाले इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। कोशिश करें कि दूसरों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
4. हाथों की सफाई रखें
H3N2 और अन्य वायरस अक्सर हाथों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। इसलिए बाहर से घर आने पर साबुन से हाथ धोना या अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना जरूरी है।
5. सही खानपान लें
डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार, “संक्रमण से बचने के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना भी उतना ही जरूरी है।” इसके लिए विटामिन सी, जिंक और प्रोटीन युक्त आहार जैसे हरी सब्जियां, मौसमी फल और दालें डाइट में शामिल करनी चाहिए।
6. बिना जरूरत बाहर निकलने से बचें
बढ़ते संक्रमण के बीच घर पर रहना सबसे सुरक्षित विकल्प है। अगर कोई जरूरी काम न हो, तो बाहर निकलने से बचें। खासकर बच्चे और बुजुर्ग इस समय ज्यादा संवेदनशील होते हैं।
7. डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
यदि आपको बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। शुरुआती इलाज मिलने पर इस वायरस को काबू करना आसान होता है। इलाज में देरी करने से यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।
दिल्ली-एनसीआर में स्थिति कितनी गंभीर?
दिल्ली और आसपास के कई अस्पतालों में पिछले दो हफ्तों से वायरल फीवर और H3N2 संक्रमण के केस बढ़े हैं। बच्चों और बुजुर्गों में इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है। प्राइवेट क्लीनिकों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने से डॉक्टर लगातार सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
- भीड़भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाएं।
- संतुलित और पौष्टिक भोजन लें।
- पर्याप्त नींद लें ताकि शरीर की इम्यूनिटी मजबूत रहे।
- घर के दरवाजे-खिड़कियां खोलकर वेंटिलेशन बनाए रखें।
- किसी भी तरह के लक्षण को नजरअंदाज न करें।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। OPD में वायरल फीवर और फ्लू के मरीजों के लिए अलग सेक्शन बनाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम किया जा सके।
निष्कर्ष
बदलते मौसम के साथ H3N2 वायरस और वायरल फीवर दिल्ली-एनसीआर में तेजी से फैल रहा है। इस समय सबसे बड़ा हथियार सतर्कता और सावधानी है। यदि लोग मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करें तो इस खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है।
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता और डॉक्टर की राय पर आधारित है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लक्षण दिखने पर तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
Source: Times Now Navbharat