Khan Sir Hospital News: खान सर के Hospital में जमकर हुई तोड़फोड़ ,वजह हैरान करने वाली
पटना में बन रहे खान सर के अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर से महंगे टाइल्स हटाने पड़े। वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

खान सर के Hospital में जमकर हुई तोड़फोड़....
bihar
6:12 PM, Sep 4, 2025
O News हिंदी Desk
Khan Sir Hospital News: ऑपरेशन थिएटर से क्यों तोड़ने पड़े महंगे टाइल्स? खुद खान सर ने बताई चौंकाने वाली वजह
पटना: बिहार के मशहूर शिक्षक खान सर अब मेडिकल सेक्टर में भी बड़ा कदम उठा रहे हैं। पटना में उनका एक अत्याधुनिक मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल तेजी से तैयार हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि इस अस्पताल में मरीजों को इलाज सरकारी अस्पतालों से भी सस्ती दरों पर मिलेगा। साथ ही यहां ब्लड बैंक, डायलिसिस सेंटर और कैंसर हॉस्पिटल जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
लेकिन अस्पताल के निर्माण के बीच एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने खुद खान सर को भी हैरान कर दिया। दरअसल, अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में लगवाए गए महंगे टाइल्स को रातोंरात तोड़कर निकालना पड़ा। इसकी वजह जानकर हर कोई दंग रह गया।
क्यों तोड़ने पड़े महंगे टाइल्स?
खान सर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि उन्होंने ऑपरेशन थिएटर की फ्लोरिंग के लिए महंगे और चमकदार मार्बल जैसे टाइल्स लगवाए थे। लेकिन जैसे ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया, उन्होंने तुरंत इन टाइल्स को हटाने का आदेश दे दिया।
असल में, ऑपरेशन थिएटर में टाइल्स लगाने की अनुमति नहीं होती। इसकी वजह बेहद तकनीकी है। दो टाइल्स के बीच बने ज्वाइंट्स में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस पनपने का खतरा होता है। इन सूक्ष्म जीवों का आकार इतना छोटा होता है कि एक सरसों के दाने में हजारों छिप सकते हैं। यही कारण है कि ओटी की फ्लोरिंग पूरी तरह स्मूद और बिना ज्वाइंट्स के होनी चाहिए।
क्या लगाया गया टाइल्स की जगह?
खान सर ने बताया कि मजबूरी में सभी महंगे टाइल्स तोड़ने पड़े और उनकी जगह अब स्पेशल OT मैट लगाया गया है। यह मैट पूरी तरह से बिना ज्वाइंट्स का होता है और खासतौर पर ऑपरेशन थिएटर के लिए बनाया जाता है। दिखने में यह मैट बिल्कुल मार्बल जैसा लगता है लेकिन इसमें इंफेक्शन फैलने का खतरा बिल्कुल नहीं होता।
मरीज नहीं, ‘गेस्ट’ होंगे अस्पताल में
खान सर ने एक और बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उनके अस्पताल में आने वाले किसी भी व्यक्ति को ‘पेशेंट’ या ‘मरीज’ नहीं कहा जाएगा, बल्कि उन्हें ‘गेस्ट’ (मेहमान) कहा जाएगा। उनका कहना है कि बीमारी से जूझ रहा व्यक्ति पहले से ही तकलीफ में होता है। अगर उसे मरीज या केस कहकर पुकारा जाए तो उसका आत्मविश्वास और भी टूट जाता है। इसलिए उनके अस्पताल में सभी को गेस्ट की तरह सम्मान दिया जाएगा।
खान सर का सपना
खान सर का कहना है कि उनका सपना है कि पटना और पूरे बिहार को ऐसा अस्पताल मिले जहां गरीब से गरीब व्यक्ति भी बेझिझक इलाज करा सके। उनका दावा है कि यहां इलाज की फीस इतनी कम होगी कि आम लोग भी आसानी से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पा सकें।