जानें वोडका पीने का सही तरीका, एक्सपर्ट टिप्स, फूड पेयरिंग और हेल्थ रिसर्च। 90% लोग अभी भी वोडका को गलत तरीके से पीते हैं।
जानें वोडका पीने का सही तरीका, एक्सपर्ट टिप्स, फूड पेयरिंग और हेल्थ रिसर्च। 90% लोग अभी भी वोडका को गलत तरीके से पीते हैं।

जानें वोडका पीने का सही तरीका ( Image AI )
india
2:11 PM, Sep 29, 2025
O News हिंदी Desk
Correct Way To Drink Vodka: 90 प्रतिशत लोग अभी भी वोडका को गलत तरीके से पी रहे हैं, जानें असली तरीका
वोडका (Vodka) दुनिया की सबसे लोकप्रिय और क्लासिक ड्रिंक्स में से एक है। रूस, पोलैंड, यूरोप और अमेरिका से लेकर भारत तक, युवाओं में इसका क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगभग 90 प्रतिशत लोग वोडका को गलत तरीके से पीते हैं? इसका असर न सिर्फ इसके असली स्वाद पर पड़ता है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। आइए जानते हैं वोडका को सही तरीके से पीने का तरीका, एक्सपर्ट टिप्स और हेल्थ रिसर्च के साथ।
लोग वोडका गलत क्यों पीते हैं?
1. डायरेक्ट बिना ठंडा किए पीना
बहुत से लोग वोडका को रूम टेम्परेचर पर ही पी लेते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वोडका को हमेशा आइस-कोल्ड यानी बर्फीला परोसना चाहिए। ठंडी वोडका का स्वाद स्मूद और फ्रेश रहता है, जबकि गर्म या सामान्य तापमान पर इसका असली फ्लेवर खो जाता है।
2. गलत गिलास का इस्तेमाल
अक्सर लोग वोडका को बीयर मग या बड़े गिलास में डालकर पीते हैं। लेकिन असली अनुभव छोटे शॉट ग्लास या टंबलर में ही आता है। छोटे ग्लास में पीने से मात्रा कंट्रोल में रहती है और असली टेस्ट का मजा आता है।
3. ज्यादा मिक्सिंग
वोडका का असली स्वाद न्यूट्रल और स्मूद होता है। लेकिन कई लोग इसे सोडा, फ्लेवर्ड ड्रिंक या एनर्जी ड्रिंक के साथ मिलाकर पीते हैं। इससे वोडका का असली फ्लेवर दब जाता है और पीने का अनुभव कमजोर हो जाता है।
4. फूड पेयरिंग की अनदेखी
रूस और पोलैंड में वोडका हमेशा खाने के साथ ली जाती है। जैसे कि स्मोक्ड फिश, पिकल्स, ब्रेड या मीट। भारत में ज्यादातर लोग इसे खाली पेट पी लेते हैं, जो हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
वोडका पीने का सही तरीका
1. हमेशा ठंडी पिएं
वोडका को -7°C से 0°C तक ठंडा करके पिएं। अगर इसे फ्रीजर में रखकर परोसा जाए, तो इसका असली स्मूद टेस्ट मिलता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंडी वोडका पेट पर हल्का असर डालती है और गैस्ट्रिक इफेक्ट्स भी कम होते हैं।
2. शॉट ग्लास का प्रयोग करें
छोटे शॉट ग्लास या टंबलर में वोडका परोसें। इससे पीने की मात्रा कंट्रोल में रहती है और टेस्टिंग का मजा बढ़ता है।
3. धीरे-धीरे चखें
वोडका को सिर्फ "शॉट मारकर" खत्म करने के बजाय धीरे-धीरे चखना चाहिए। इसे जीभ पर घुमाकर पीने से असली स्वाद और टेक्सचर का अनुभव मिलता है।
4. सही खाने के साथ लें
वोडका का असली अनुभव तब आता है जब इसे हल्के स्नैक्स, पिकल्स, चीज़, ब्रेड या मीट डिशेज के साथ लिया जाए। इससे न केवल स्वाद बढ़ता है बल्कि पेट पर असर भी कम होता है।
5. मिक्सिंग सोच-समझकर करें
अगर मिक्स करना जरूरी हो, तो एक्सपर्ट्स नींबू का रस, टमाटर जूस (ब्लडी मैरी), क्रैनबेरी जूस या सोडा वॉटर की सलाह देते हैं। ये वोडका के फ्लेवर को कम नहीं करते और पीने का अनुभव बेहतर बनाते हैं।
वोडका से जुड़े फैक्ट्स और हेल्थ रिसर्च
- नेशनल ड्रिंक ऑफ रूस: रूस में वोडका को "नेशनल ड्रिंक" कहा जाता है और वहां इसे हमेशा खाने के साथ परोसा जाता है।
- ठंडी वोडका और गैस्ट्रिक असर: जर्नल ऑफ अल्कोहल स्टडीज़ की रिपोर्ट के अनुसार, ठंडी वोडका पीने से इसका स्वाद बैलेंस रहता है और गैस्ट्रिक इफेक्ट्स कम होते हैं।
- खाली पेट पीने के खतरे: खाली पेट वोडका पीने से ब्लड शुगर अचानक गिर सकता है और हैंगओवर जल्दी और ज्यादा मजबूत होता है।
वोडका पीने की परंपरा और संस्कृति
वोडका का इतिहास रूस और पोलैंड में गहरा है। यह केवल एक ड्रिंक नहीं, बल्कि एक संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। वहां वोडका हमेशा खाने के साथ, दोस्तों और परिवार के बीच ली जाती है। इसके सही तरीके से पीने से न केवल स्वाद का अनुभव बढ़ता है बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक अनुभव भी गहरा होता है।
वोडका पीने के टिप्स – एक्सपर्ट से
- हमेशा आइस-कोल्ड वोडका पीएं।
- शॉट ग्लास का इस्तेमाल करें।
- वोडका को धीरे-धीरे चखें, घूमा कर पिएं।
- सही फूड पेयरिंग करें।
- मिक्सिंग केवल स्मार्ट विकल्पों के साथ करें।
इन टिप्स को फॉलो करके आप वोडका का असली स्वाद और अनुभव पा सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप वोडका के शौकीन हैं, तो इसे सही तरीके से पीना बेहद जरूरी है। वोडका केवल “शॉट मारने” का नाम नहीं, बल्कि स्वाद, अनुभव और सेहत का संतुलन है। सही तापमान, सही गिलास, सही खाने और समझदारी से मिक्सिंग के साथ वोडका का असली मजा लिया जा सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। शराब का सेवन हमेशा जिम्मेदारी के साथ करें। नशे की हालत में वाहन चलाना या किसी भी जोखिमपूर्ण गतिविधि करना कानूनी और स्वास्थ्य दृष्टि से खतरनाक है।
Source: ABP