रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड! सोना-चांदी ने बनाया नया इतिहास,
Gold Silver Price Today: दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना ₹1.20 लाख/10 ग्राम और चांदी ₹1.50 लाख/किलो के नए शिखर पर. जानें विशेषज्ञों की राय.

रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड! Gold Price ( PICS AI )
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5:13 PM, Oct 1, 2025
O News हिंदी Desk
रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड! सोना-चांदी ने बनाया नया इतिहास, निवेशकों और आम लोगों के लिए बड़ा सवाल: खरीदें या रुके?
नई दिल्ली, 30 सितंबर 2025 (Onews Hindi): भारत के सर्राफा बाजार में सोना और चांदी के दाम एक बार फिर इतिहास रचते हुए नए शिखर पर पहुंच गए हैं। मंगलवार को दिल्ली के बाजार में सोना 1,20,000 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 1,50,500 रुपये प्रति किलोग्राम तक चढ़ गई। लगातार चौथे कारोबारी सत्र में आई इस तेजी ने आम आदमी से लेकर बड़े निवेशकों तक सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह सोना-चांदी खरीदने का सही वक्त है या इंतजार करना ही समझदारी होगी।
सोने का नया शिखर: 1.20 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम
अखिल भारतीय सर्राफा संघ (All India Bullion and Jewellers Association) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली के बाजार में सोना 500 रुपये की तेजी के साथ रिकॉर्ड ₹1,20,000 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। सोमवार को भी सोने में 1,500 रुपये की उछाल देखी गई थी, जिससे यह 1,19,500 रुपये पर बंद हुआ था।
लगातार बढ़ती कीमत ने 99.5% शुद्धता वाले सोने को भी नए रिकॉर्ड पर पहुंचा दिया। मंगलवार को इसकी कीमत 1,19,400 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,18,900 रुपये रही थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई तेजी और घरेलू निवेशकों की बढ़ती डिमांड ने सोने की कीमतों को नए शिखर पर पहुंचाया है।
चांदी ने रचा इतिहास, ₹1.50 लाख के पार
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी निवेशकों को चौंकाया। मंगलवार को चांदी की कीमत 500 रुपये चढ़कर ₹1,50,500 प्रति किलोग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई। सोमवार को ही चांदी में 7,000 रुपये की तेज छलांग दर्ज की गई थी, जिससे यह ₹1,50,000 प्रति किलोग्राम हो गई थी।
सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि घरेलू मांग और औद्योगिक उपयोग की वजह से चांदी की कीमतें रिकॉर्ड बना रही हैं। फिलहाल बाजार में चांदी को "सफेद सोना" कहा जाने लगा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चांदी फिसले
दिल्ली और भारत के अन्य बाजारों में जहां सोना-चांदी लगातार रिकॉर्ड बना रहे हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन धातुओं में गिरावट दर्ज की गई।
- सोने का हाजिर भाव 0.55% गिरकर 3,813.14 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
- हालांकि, दिन के कारोबार में सोना 3,871.72 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था।
- चांदी का हाजिर भाव भी 1.51% टूटकर 46.22 डॉलर प्रति औंस दर्ज किया गया।
इस गिरावट की वजह विदेशी निवेशकों द्वारा ऊंचे स्तर पर की गई मुनाफावसूली (Profit Booking) बताई जा रही है।
क्यों बढ़ रही हैं सोना-चांदी की कीमतें?
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोना और चांदी की कीमतों में यह तेजी कई कारणों से देखी जा रही है:
- अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता – दुनिया भर में बढ़ती आर्थिक अस्थिरता, महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प (Safe Haven) के रूप में सोने-चांदी की ओर मोड़ा है।
- रुपये की कमजोरी – डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने आयातित सोना-चांदी को महंगा बना दिया है।
- निवेशकों की बढ़ती रुचि – स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव और रियल एस्टेट में सुस्ती के बीच सोना-चांदी को निवेश का बेहतर साधन माना जा रहा है।
- फेस्टिव सीजन की डिमांड – आने वाले नवरात्र और दिवाली जैसे त्योहारों को देखते हुए भी सर्राफा बाजार में डिमांड तेजी से बढ़ रही है।
विशेषज्ञों की राय: अभी खरीदें या इंतजार करें?
मिराए एसेट शेयरखान के जिंस और मुद्रा मामलों के प्रमुख प्रवीण सिंह का कहना है: "पीली धातु ने 3,871 डॉलर प्रति औंस का नया रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन मुनाफावसूली के चलते यह 3,818 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। घरेलू स्तर पर भी दाम रिकॉर्ड बना रहे हैं। ऐसे में आम लोगों के लिए अभी भारी मात्रा में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।"
विशेषज्ञों का मानना है कि शॉर्ट-टर्म में कीमतें अस्थिर रहेंगी, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए सोना-चांदी अब भी सुरक्षित विकल्प हैं। हालांकि, जो लोग गहनों के रूप में खरीदारी करना चाहते हैं, उनके लिए यह वक्त जेब पर भारी साबित हो सकता है।
आम आदमी पर असर
दिल्ली सहित देशभर में बढ़ते सोना-चांदी के दामों ने मध्यवर्गीय परिवारों और आम उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शादी-ब्याह के सीजन में जहां गहनों की खरीदारी पर असर पड़ेगा, वहीं निवेश करने वालों के लिए दामों में लगातार उछाल एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है।
कुछ उपभोक्ता अब हल्के गहनों या वैकल्पिक धातुओं (जैसे प्लेटिनम) की ओर रुख कर रहे हैं। वहीं, छोटे निवेशक गोल्ड बॉन्ड और डिजिटल गोल्ड जैसी योजनाओं को अपनाने की सोच रहे हैं।
निवेशकों के लिए क्या विकल्प?
अगर आप सोना-चांदी में निवेश करना चाहते हैं तो विशेषज्ञ निम्नलिखित विकल्प सुझाते हैं:
- सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs): सरकार समर्थित होने के कारण सुरक्षित।
- गोल्ड ETF: स्टॉक एक्सचेंज के जरिए निवेश करने का आधुनिक तरीका।
- डिजिटल गोल्ड: छोटी रकम से निवेश की सुविधा।
- भौतिक सोना/चांदी: हालांकि अभी महंगा है, लेकिन लंबे समय के लिए सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
नतीजा: चमकते बाजार, पर बढ़ती चिंताएं
सोना और चांदी की लगातार बढ़ती कीमतें एक तरफ निवेशकों के लिए फायदा लेकर आ रही हैं, तो दूसरी तरफ आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ा रही हैं। त्योहारी और शादी-ब्याह के सीजन में यह तेजी सर्राफा बाजार को तो चमकाएगी, लेकिन उपभोक्ताओं की मुश्किलें और बढ़ेंगी।
अब बड़ा सवाल यही है कि क्या आने वाले दिनों में सोना-चांदी और महंगे होंगे या मुनाफावसूली के चलते इनमें गिरावट आएगी? इसका जवाब समय ही देगा।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी बाजार विशेषज्ञों की राय और ताज़ा आंकड़ों पर आधारित है। Onews Hindi निवेश की किसी भी सलाह की गारंटी नहीं देता। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।
Source: Prabhat Khabar