एयर इंडिया में मचा हड़कंप! कॉकपिट में घुसने की कोशिश कर रहे 9 यात्री हिरासत में, हाईजैक की कोशिश का शक।
Air India Varanasi Flight IX-1086 में यात्री ने कॉकपिट खोलने की कोशिश की। पायलट की सूझबूझ से हादसा टला, 9 पैसेंजर CISF की हिरासत में।

एयर इंडिया File Pics
delhi
4:39 PM, Sep 22, 2025
O News हिंदी Desk
एअर इंडिया फ्लाइट में हाइजैक का डर! कॉकपिट में घुसने की कोशिश, 9 यात्री हिरासत में
बेंगलुरु से वाराणसी जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1086 में सोमवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक यात्री ने अचानक कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की। यह घटना फ्लाइट के टेकऑफ के कुछ देर बाद घटी, जिससे यात्रियों और क्रू के बीच दहशत फैल गई। हालांकि, पायलट की सूझबूझ और त्वरित निर्णय से एक बड़ा हादसा टल गया।
✈️ कैसे शुरू हुआ मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, फ्लाइट IX-1086 ने सुबह करीब 8 बजे बेंगलुरु एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। विमान में 180 से ज्यादा यात्री सवार थे। उड़ान भरने के तुरंत बाद एक यात्री उठकर कॉकपिट के पास पहुंच गया और वहां लगे कोबिन गेट का पासकोड डालकर दरवाजा खोलने की कोशिश की।
पायलट को जैसे ही कॉकपिट के अंदर लगे सिस्टम पर इसका सिग्नल मिला, उन्होंने तुरंत सीसीटीवी पर नजर डाली। स्क्रीन पर देखा गया कि कोई शख्स कॉकपिट में घुसने की कोशिश कर रहा है। हाईजैक की आशंका को देखते हुए पायलट ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया।
✈️ पायलट की सूझबूझ ने बचाई जान
एयर इंडिया के सूत्रों का कहना है कि पायलट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए दरवाजा नहीं खोला। अंतरराष्ट्रीय एविएशन नियमों के मुताबिक, किसी भी संदिग्ध स्थिति में कॉकपिट का दरवाजा खोला नहीं जाता। यही कारण रहा कि स्थिति नियंत्रण में रही और यात्रियों की जान पर कोई खतरा नहीं आया।
एयर इंडिया ने इस मामले में आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि विमान में किसी भी तरह की सुरक्षा चूक नहीं हुई और सभी यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई।
✈️ आखिर पैसेंजर को पासकोड कैसे पता चला?
इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिरकार उस यात्री को कॉकपिट का पासकोड कैसे पता चला? आमतौर पर यह पासकोड केवल फ्लाइट क्रू और पायलट के पास होता है। एयरलाइन प्रबंधन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा एजेंसियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है।
✈️ “मैं तो टॉयलेट ढूंढ रहा था” – आरोपी यात्री का बयान
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जब इस यात्री से पूछताछ की गई तो उसने दावा किया कि वह पहली बार हवाई यात्रा कर रहा था। उसे लगा कि कॉकपिट का दरवाजा ही टॉयलेट का दरवाजा है, इसलिए उसने पासकोड डालकर उसे खोलने की कोशिश की।
जब क्रू मेंबर ने उसे समझाया कि उसने कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की है, न कि टॉयलेट का, तो वह चुपचाप अपनी सीट पर लौट गया।
✈️ वाराणसी एयरपोर्ट पर CISF ने लिया हिरासत में
जैसे ही विमान वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, आरोपी यात्री को उसके आठ साथियों समेत सीआईएसएफ (CISF) के जवानों को सौंप दिया गया। कुल 9 यात्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला किसी हाइजैक प्लान से जुड़ा हुआ नहीं लगता, बल्कि यात्री की अनभिज्ञता और लापरवाही सामने आ रही है। हालांकि, एयरपोर्ट सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियां किसी भी एंगल को नज़रअंदाज़ नहीं कर रही हैं।
✈️ एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया ने प्रेस को जारी बयान में कहा:
“हमें मीडिया रिपोर्ट्स से इस घटना की जानकारी मिली। एक यात्री टॉयलेट खोजते हुए कॉकपिट क्षेत्र तक पहुंच गया था। हम सभी यात्रियों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि विमान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। किसी भी तरह की कोई सुरक्षा चूक नहीं हुई। अधिकारियों को लैंडिंग के समय मामले की पूरी जानकारी दी गई थी और जांच फिलहाल जारी है।”
✈️ एविएशन एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
एविएशन सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कॉकपिट पासकोड सिस्टम कितना सुरक्षित है।
- अगर कोई यात्री पासकोड तक पहुंच जाता है तो यह सिस्टम की संवेदनशीलता पर सवाल उठाता है।
- यह भी जांच का विषय है कि क्या गलती से किसी क्रू मेंबर ने पासकोड साझा किया था या फिर यात्री ने इसे कहीं देख लिया।
✈️ यात्रियों में दहशत, लेकिन कोई खतरा नहीं
विमान में मौजूद कुछ यात्रियों ने मीडिया को बताया कि घटना के वक्त माहौल तनावपूर्ण था। कुछ यात्रियों को लगा कि शायद विमान हाईजैक होने वाला है। हालांकि, एयर होस्टेस और क्रू ने यात्रियों को शांत कराया और भरोसा दिलाया कि सब कुछ नियंत्रण में है।
✈️ भारत में एयरपोर्ट सुरक्षा पर बड़ा सवाल
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब एयरपोर्ट और विमान सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में डीजीसीए (DGCA) ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिए थे कि सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।
एयर इंडिया फ्लाइट IX-1086 की यह घटना एक चेतावनी है कि चाहे यात्री की मंशा निर्दोष ही क्यों न हो, लेकिन कॉकपिट की तरफ बढ़ना किसी भी स्थिति में गंभीर खतरे का संकेत माना जाएगा।
✈️ नतीजा – सुरक्षा सबसे पहले
हालांकि अभी तक यह साफ हो गया है कि मामला हाइजैक का नहीं बल्कि यात्री की अनजाने में की गई गलती का है। लेकिन, यह घटना यह भी दिखाती है कि विमान सुरक्षा को लेकर पायलट और क्रू कितने सतर्क रहते हैं।
पायलट ने समय रहते दरवाजा न खोलकर सैकड़ों जिंदगियां सुरक्षित रखीं। वहीं, CISF और एयरपोर्ट सिक्योरिटी ने भी तेजी से कार्रवाई कर यात्रियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की।
✈️ निष्कर्ष
एयर इंडिया की वाराणसी फ्लाइट में हुई यह घटना भारतीय एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा सबक है। चाहे कोई भी परिस्थिति हो, सुरक्षा नियमों से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
यात्रियों को भी यह समझना होगा कि विमान के अंदर की हर गतिविधि बेहद संवेदनशील होती है और छोटी-सी लापरवाही भी बड़े खतरे का कारण बन सकती है।
Source: ABP News