आदिल हुसैन का घर उड़ाया गया, मां ने की अपील - 'सरेंडर कर दो, ताकि हम शांति से रह सकें
आदिल हुसैन का घर उड़ाया गया, मां ने की अपील - 'सरेंडर कर दो, ताकि हम शांति से रह सकें

आदिल हुसैन का घर उड़ाया गया, मां ने की अपील - 'सरेंडर कर दो, ताकि हम शांति से रह सकें
12:00 AM, Apr 27, 2025
O News हिंदी Desk
आदिल हुसैन ठोकर का घर उड़ाया गया: मां बोलीं- "बेटा सरेंडर कर दो, ताकि हम शांति से जी सकें"
न्यूज़ हाइलाइट्स
- सेना ने आतंकी आदिल हुसैन ठोकर का घर विस्फोटक से उड़ाया
- आदिल पर पहलगाम हमले में शामिल होने का शक, जिसमें 26 लोग मारे गए
- मां शाहजादा बानो ने आदिल से सरेंडर करने की अपील की
- भाई, पिता और अन्य रिश्तेदारों को लिया गया हिरासत में
- गांव के लोग बोले- "आदिल के गुनाह की सजा उसके परिवार को न मिले"
पूरी खबर
अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर।जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के निकट गुरी गांव में गुरुवार देर रात सेना ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकी संदिग्धआदिल हुसैन ठोकरके घर को विस्फोटक से उड़ा दिया।
आदिल पर पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शामिल होने का शक है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।
घर को उड़ाने से पहले, सुरक्षा बलों ने आदिल की मांशाहजादा बानोको वह स्थान दिखाया जहां आदिल के खाना खाने की खबर मिली थी।
इसके बाद, रात करीब 12:30 बजे सेना ने घर को विस्फोटकों से ध्वस्त कर दिया। सेना ने स्निफर डॉग्स की मदद से मलबे की गहन तलाशी ली, ताकि कोई अप्रशोधित विस्फोटक न रह जाए।
मां का दर्द: "बेटा सरेंडर कर दे, ताकि हम चैन से रह सकें"
शाहजादा बानो ने मीडिया से बातचीत में कहा,
बानो ने रोते हुए अपील की,
इन्हें भी पढ़ें



उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों द्वारा जारी स्केच उनके बेटे से मेल नहीं खाता।
2018 में पाकिस्तान गया था आदिल
सूत्रों के अनुसार, आदिल 2018 मेंस्टडी वीजापर पाकिस्तान चला गया था और 2024 में एलओसी पार कर भारत में फिर से घुस आया। पहलगाम हमले के बाद, आदिल के पितावलीम मोहम्मद ठोकर, भाईजाहिरऔरअर्शलम, तथा चचेरे भाईजुलनकरऔरसज्जादको हिरासत में ले लिया गया है। बानो को भी एक दिन के लिए पूछताछ में रखा गया था।
गांव में मातम, लोगों ने जताई चिंता
गुरी गांव, जहां करीब 4000 लोग रहते हैं, इस घटना के बाद सदमे में है।स्थानीय दुकानदारहाफिजने बताया कि
एक अन्य ग्रामीणतारिक अहमदने कहा,
गांव के लोग भी यही मांग कर रहे हैं कि आदिल के परिजनों को जल्द रिहा किया जाए और निर्दोषों को न सताया जाए।
निष्कर्ष
यह घटना जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने की जमीनी सच्चाई को उजागर करती है। जहां एक ओर सुरक्षा बल आतंक को जड़ से मिटाने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं, वहीं आम नागरिकों और परिवारों के सामने असहनीय पीड़ा खड़ी हो रही है।
शाहजादा बानो की अपील सिर्फ एक मां की पुकार नहीं है, बल्कि शांति की तलाश कर रहे कश्मीर के हर परिवार की आवाज है।