काशी में कांवड़ियों पर हमला: अल्लाह हू अकबर नहीं बोलने पर पीटा, 6 आरोपी गिरफ्तार
काशी में कांवड़ियों पर हमला: अल्लाह हू अकबर नहीं बोलने पर पीटा, 6 आरोपी गिरफ्तार

काशी में कांवड़ियों पर हमला: अल्लाह हू अकबर नहीं बोलने पर पीटा, 6 आरोपी गिरफ्तार
varanasi
12:00 AM, Jul 29, 2025
O News हिंदी Desk
काशी में कांवड़ियों पर कहर: अल्लाह हू अकबर नहीं बोला तो पीटा, हिंदू देवी-देवताओं पर की गई अभद्र टिप्पणी, 6 गिरफ्तार
वाराणसी/काशी | Onews Hindiकाशी, भगवान शिव की नगरी, इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक तनाव का गवाह बनी।राजातालाब थाना क्षेत्रमें उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो कांवड़ियों पर कथित तौर पर सिर्फ इसलिए हमला कर दिया गया क्योंकि उन्होंने "अल्लाह हू अकबर" बोलने से इनकार कर दिया।पलटू यादव और शुभम यादवनामक दो कांवड़िए इस हमले के शिकार बने।
क्या हुआ घटनास्थल पर?
सोमवार कोजंसा शिव मंदिर अदलपुरासे जल लेकर लौट रहे पलटू और शुभम कोपुराने सिनेमा हॉल के पीछे10–12 लोगों ने घेर लिया। आरोपियों ने पहले हर-हर महादेव और बोल बम के नारे पर सवाल किया और फिर कांवड़ियों से कहा कि“अल्लाह हू अकबर” बोलो और इस्लाम धर्म अपनाओ। जब दोनों ने विरोध किया तोपलटू यादव पर धारदार हथियार से हमलाकर दिया गया, जबकि शुभम को सरेआम दौड़ाकर पीटा गया।
हिंदू देवी-देवताओं पर की गई अभद्र टिप्पणी
पीड़ितों ने आरोप लगाया किहिंदू धर्म और देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक बातेंकी गईं। स्थिति तब और बिगड़ी जब पीड़ितों ने इसका विरोध किया। तभी अन्य कांवड़िए घटनास्थल पर पहुंचे और उनकी जान बच सकी।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
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राजातालाब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुएमुनव्वर सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तारकिया है।धारा 295A, 153A, 323, 504, 506 और 298के तहत मामला दर्ज हुआ है। साथ ही,धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने और लूटकी धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
4 घंटे तक चला हंगामा, विश्व हिंदू परिषद का विरोध
घटना के बाद क्षेत्र मेंलगातार 4 घंटे तक तनाव का माहौलबना रहा। मौके पर पहुँचेविश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष राजेश पांडे और मंत्री पवन पाठकने लाइसेंसी हथियार के साथ घटनास्थल जाने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने उन्हें रोका। इस दौरान उनकीDCP आकाश पटेल और ADCP से हाथापाईहुई, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
ये घटना क्या संकेत देती है?
काशी जैसे धर्मनगरी में कांवड़ यात्रा के दौरान इस तरह की घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है:क्या अब धार्मिक यात्राओं पर भी कट्टरपंथी सोच का हमला होने लगा है? क्या यह सुनियोजित तरीके से एक धार्मिक टकराव भड़काने की साजिश थी?