अपनों पर ही हमला? पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक में 30 लोगों की मौत ने खड़े किए कई सवाल।
"Pakistan Air Strike News: पाकिस्तान की वायुसेना ने खैबर पख्तूनख्वा के तिराह घाटी में एयर स्ट्राइक की। इस हमले में 30 लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मानवाधिकार आयोग ने कड़ी निंदा की। पढ़ें पूरी खबर।"

Pakistan Air Strike
delhi
12:58 PM, Sep 22, 2025
O News हिंदी Desk
पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक: महिलाओं और बच्चों समेत 30 लोगों की मौत, सवालों के घेरे में खुद पाकिस्तानी वायुसेना
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की तिराह घाटी में रविवार देर रात एक भयावह हवाई हमला हुआ। इस एयर स्ट्राइक में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिनमें महिलाएं और मासूम बच्चे भी शामिल हैं। 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह हमला किसी दुश्मन देश ने नहीं, बल्कि खुद पाकिस्तान की वायुसेना ने किया।
स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 2 बजे पाकिस्तान एयर फोर्स के JF-17 लड़ाकू विमानों से तिराह घाटी के मत्रे दारा गांव पर LS-6 बम गिराए गए। गांव पर करीब 8 बम दागे गए, जिससे पूरे इलाके में दहशत और तबाही फैल गई।
नींद से जागे लोग, आसमान से बरसे बम
गांव के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया— "हम लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक ऊपर से तेज आवाज आई। घर से बाहर निकलकर देखा तो आसमान में फाइटर जेट उड़ रहे थे। फिर हमने ऊपर से नीचे कुछ गिरते देखा और जोरदार धमाके के साथ पूरा इलाका हिल गया। देखते ही देखते चारों तरफ आग लग गई और लोग चीख-पुकार करने लगे।"
हमले के बाद गांव के कई घर पूरी तरह मलबे में बदल गए। सुबह जब रेस्क्यू टीम पहुंची तो हर तरफ लाशें और खून से सने मलबे के ढेर दिखाई दिए।
पाक सरकार की चुप्पी और मानवाधिकार आयोग की नाराज़गी
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि अब तक पाकिस्तान की सरकार की ओर से इस एयर स्ट्राइक पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
हालांकि, पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। आयोग ने कहा कि अपने ही नागरिकों पर बम बरसाना न केवल असंवैधानिक है बल्कि यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन भी है। आयोग ने सरकार और सेना से इस कार्रवाई पर जवाब मांगा है।
🚨 MASSACRE in Khyber Pakhtunkhwa 🚨
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) September 22, 2025
At 2 AM, Pakistani Air Force JF-17s BOMBED Matre Dara village in Tirah Valley.
30 civilians SLAUGHTERED — women & children among the DEAD.
— SHAME on Pakistan. Will the UN take any ACTION? pic.twitter.com/KIsVSvmbeQ
पाकिस्तान की अंदरूनी राजनीति और सेना का दबदबा
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एयर स्ट्राइक पाकिस्तान के भीतर गहराते राजनीतिक और सैन्य टकराव का परिणाम हो सकती है।
- एक तरफ देश में महंगाई और आर्थिक संकट अपने चरम पर है।
- दूसरी ओर, सरकार और सेना के बीच सत्ता संघर्ष खुलेआम दिखाई दे रहा है।
- इससे पहले भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगे थे।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान की सेना देश की आंतरिक राजनीति को दबाने और आतंकवाद विरोधी अभियान के नाम पर अपने नागरिकों पर ही कार्रवाई कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ सकती है किरकिरी
पाकिस्तान के इस कदम ने उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है।
- संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन इस मामले पर जल्द ही प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
- पड़ोसी देश भारत और अफगानिस्तान भी इस पर नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि तिराह घाटी अफगान सीमा से सटी हुई है।
- पश्चिमी देशों में भी पाकिस्तान की छवि और अधिक खराब होने की संभावना है, जहां पहले ही उसकी सरकार पर आतंकी संगठनों को शह देने का आरोप लगता रहा है।
लोगों का गुस्सा और विरोध
तिराह घाटी और आसपास के इलाकों में लोग इस कार्रवाई से बेहद नाराज़ हैं। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान सरकार और सेना की जमकर आलोचना हो रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि—
- क्या अपने ही नागरिकों पर बम बरसाना आतंकवाद विरोधी कार्रवाई कहलाएगी?
- महिलाओं और बच्चों की मौत को कौन न्याय दिलाएगा?
- पाकिस्तान सरकार अपनी जनता को सुरक्षा देने में नाकाम क्यों है?
आतंकवाद से लड़ाई या अंदरूनी शक्ति प्रदर्शन?
पाकिस्तान का दावा है कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के कई इलाकों में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। सेना इन्हें खत्म करने के लिए ऑपरेशन चलाती रही है। लेकिन इस बार मामला अलग है—
- हमला एक आबादी वाले गांव पर हुआ।
- मरने वालों में कोई बड़ा आतंकी नहीं, बल्कि आम नागरिक हैं।
- इस कार्रवाई से साफ है कि यह कदम आतंकवाद विरोधी अभियान से ज्यादा एक शक्ति प्रदर्शन लगता है।
वैश्विक विश्लेषण: पाकिस्तान में बढ़ते अस्थिर हालात
पाकिस्तान पहले से ही कर्ज, महंगाई और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। अब अपनी ही जनता पर एयर स्ट्राइक करके उसने हालात और खराब कर लिए हैं।
- आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान IMF और अन्य देशों से मदद मांग रहा है, लेकिन जनता का भरोसा तेजी से टूट रहा है।
- राजनीतिक अस्थिरता ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है।
- सेना और सरकार के बीच तनाव अब हिंसक रूप लेता दिख रहा है।
नतीजा: जनता की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने पाकिस्तान की जनता को हिला दिया है। एक तरफ उन्हें आतंकवादियों का डर है, दूसरी तरफ अब अपनी ही सेना के हमलों से भी सुरक्षित नहीं हैं।
मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि अगर पाकिस्तान सरकार ने तुरंत जवाब नहीं दिया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो यह मामला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय तक जा सकता है।
निष्कर्ष
पाकिस्तान के तिराह घाटी में हुआ यह एयर स्ट्राइक सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि अपने ही नागरिकों के खिलाफ किया गया हिंसक अपराध है। महिलाओं और बच्चों की मौत ने इस घटना को और भी दर्दनाक बना दिया है। सवाल अब यह है कि क्या पाकिस्तान सरकार और सेना इस पर जवाबदेही तय करेगी या फिर हमेशा की तरह इस मुद्दे को दबाने की कोशिश करेगी।
दुनिया की नजरें पाकिस्तान पर हैं और आने वाले दिनों में यह घटना उसके लिए राजनीतिक, कूटनीतिक और आर्थिक संकट को और गहरा सकती है।
Source: News 24