मुस्कान-साहिल मर्डर केस पर बना भोजपुरी गाना 'ड्रम में राजा', सोशल मीडिया पर मचा बवाल
मुस्कान-साहिल मर्डर केस पर बना भोजपुरी गाना 'ड्रम में राजा', सोशल मीडिया पर मचा बवाल

Bhojpuri song made on Muskaan-Sahil murder case
12:00 AM, Apr 9, 2025
O News हिंदी Desk
मुस्कान-साहिल कांड की दहशत अब म्यूजिक में बदल गई?
मेरठ में हुएमुस्कान-साहिल मर्डर केसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की नृशंस हत्या कर दी और उसके शरीर को नीले ड्रम में छिपाकर, सीमेंट भर दिया। जहां एक ओर यह मामला इंसानियत को शर्मसार करता है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे मनोरंजन का जरिया बना रहे हैं।
भोजपुरी गाना ‘ड्रम में राजा’ ने मचाया तहलका
6 अप्रैल 2025 कोबॉर्न म्यूजिक भोजपुरीके बैनर तले एक गाना रिलीज हुआ जिसका टाइटल है‘ड्रम में राजा’। इसे भोजपुरी गायकगोल्डी यादवने गाया है। गाने में एक पत्नी अपने पति को धमकी देती नजर आती है कि अगर उसने बात नहीं मानी तो उसे भी ड्रम में भर देगी – ठीक वैसे ही जैसेमुस्कान ने अपने पति सौरभ के साथ किया।
गाने को अब तक30 हजार से ज्यादा व्यूज़मिल चुके हैं और करीब1000 लोगों ने इसे लाइककिया है।
रील बनाने की अपील और लोगों का गुस्सा
गाने के डिस्क्रिप्शन में साफ लिखा गया है कि लोग इस परइंस्टाग्राम रील बनाएं, जो कई यूजर्स को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस ट्रेंड को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि"हत्याकांड कोई एंटरटेनमेंट नहीं है"।
एक यूज़र ने लिखा –"कृपया ऐसे गंभीर मामलों पर गाने बनाना बंद कीजिए, ये इंसानियत के खिलाफ है।"वहीं कुछ लोगों ने गाने को"बकवास"और"भावनाओं के साथ खिलवाड़"बताया।
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वीडियो अब यूट्यूब से गायब
जिस यूट्यूब चैनल से यह गाना अपलोड किया गया था, अब वहाँ यह वीडियो नजर नहीं आ रहा है। हो सकता है इसे विरोध के चलते हटा दिया गया हो या फिर प्लेटफॉर्म की पॉलिसी के तहत इसे डिलीट किया गया हो।
मुस्कान-साहिल कांड: क्या था पूरा मामला?
- मुस्कानने अपने प्रेमीसाहिलके साथ मिलकर अपने पतिसौरभकी हत्या कर दी।
- शव के टुकड़े करकेनीले ड्रम में डाल दियाऔर उसे सीमेंट से भर दिया।
- हत्या के बाद दोनोंशिमला घूमने चले गए, जिससे किसी को शक न हो।
- पुलिस ने जब सौरभ की गुमशुदगी की जांच की, तब इस रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई सामने आई।
क्या मर्डर केस पर गाने बनाना ठीक है?
जहां एक ओर कला को अभिव्यक्ति का माध्यम माना जाता है, वहीं ऐसी घटनाएं जब व्यंग्य या मनोरंजन का रूप लेती हैं तो वह संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा करती हैं।क्या इस तरह की घटनाओं को म्यूजिक का हिस्सा बनाना सही है?इस पर सोचने की ज़रूरत है।
निष्कर्ष:भोजपुरी गाना ‘ड्रम में राजा’ ने जहां कुछ लोगों का ध्यान खींचा है, वहीं यह बहस भी शुरू कर दी है किक्या संवेदनशील मामलों को एंटरटेनमेंट के लिए इस्तेमाल करना नैतिक रूप से सही है?मुस्कान-साहिल कांड की गंभीरता को देखते हुए इस गाने को लेकर विरोध लाज़मी है।