बिहार: दरभंगा में धर्म पूछकर हमला, 11 घायल, 21 पर FIR, 4 गिरफ्तार
बिहार: दरभंगा में धर्म पूछकर हमला, 11 घायल, 21 पर FIR, 4 गिरफ्तार

बिहार: दरभंगा में धर्म पूछकर हमला, 11 घायल, 21 पर FIR, 4 गिरफ्तार
12:00 AM, May 9, 2025
O News हिंदी Desk
बिहार में "धर्म पूछकर हमला" की घटना: दरभंगा के जाले में बढ़ा तनाव, 21 पर FIR, 4 गिरफ्तार
दरभंगा, बिहार:बिहार के दरभंगा जिले में एक चौंकाने वाली और संवेदनशील घटना सामने आई है जहाँधर्म पूछकर मारपीटकिए जाने का आरोप लगा है। यह मामला जाले थाना क्षेत्र के कर्बला पोखर इलाके का है, जहाँ दो बाइक की टक्कर के बाद बात इतनी बढ़ गई कि सड़क से गुजरने वाले कई लोगों पर हमला कर दिया गया।
घटना के चश्मदीदों के अनुसार, 6 मई की रात दो बाइक की टक्कर के बाद शुरू हुए विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया। आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों ने सड़क से गुजरने वाले लोगों सेनाम और धर्म पूछकरउन पर लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से हमला किया।
इस हमले में करीब11 लोग घायलहुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों का इलाज जाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। पीड़ितों में अधिकतर हिन्दू समुदाय के युवक और अधेड़ शामिल हैं।
Religion based attack in Darbhanga Bihar: पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, 21 पर नामजद FIR
घटना के तुरंत बादमनोज कुमार यादवनामक व्यक्ति की शिकायत पर21 लोगों के खिलाफ एफआईआरदर्ज की गई है। जाले थानाध्यक्षसंदीप कुमार पालने जानकारी दी कि मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की गई है और अब तक4 आरोपियों को गिरफ्तारकिया जा चुका है।
पुलिस की टीम अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। प्रशासन ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
इन्हें भी पढ़ें



पहलगाम जैसी बर्बरता की गूंज बिहार में?
इस घटना की तुलना कई लोग हाल ही में जम्मू-कश्मीर केपहलगाममें हुई उस बर्बर घटना से कर रहे हैं, जहाँ आतंकवादियों नेधर्म पूछकर 26 हिंदुओं की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बिहार में ऐसी घटनाएं सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरे की घंटी मानी जा रही हैं।
Religion based attack in Darbhanga Bihar: प्रशासन की अपील: अफवाहों से बचें, शांति बनाए रखें
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सोशल मीडिया पर भ्रामक या उकसाने वाली पोस्ट न करने की चेतावनी भी दी गई है।
निष्कर्ष:
यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि सामाजिक तानेबाने को झकझोर देने वाला विषय है। बिहार मेंधर्म के आधार पर की गई हिंसाके इस मामले ने राज्य में सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।