Bihar Election 2025: तेज प्रताप का बागी तेवर और बिहार की राजनीति में नया समीकरण
Bihar Election 2025 is heating up as Tej Pratap Yadav’s ‘Jan Samvad Yatra’ challenges RJD and the Mahagathbandhan. With speculation of an AIMIM alliance and his decision to contest from Mahua, Tej Pratap’s rebellious stand could reshape Bihar politics. Will a third front emerge against Rahul Gandhi’s Voter Rights Yatra?

Bihar Election 2025
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1:06 PM, Aug 26, 2025
O News हिंदी Desk
Bihar Election 2025: तेज प्रताप का बागी तेवर और बिहार की राजनीति में नया समीकरण
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नजदीक आते ही प्रदेश का सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। जहां एक ओर राहुल गांधी अपनी वोटर अधिकार यात्रा के जरिए जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपनी जन संवाद यात्रा के जरिए बिहार की राजनीति में नया ध्रुवीकरण खड़ा कर रहे हैं।
AIMIM से गठबंधन की अटकलें
तेज प्रताप की यह यात्रा न सिर्फ राजद और महागठबंधन के लिए चुनौती बन रही है, बल्कि इस बीच ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ उनके संभावित गठबंधन की अटकलें भी तेज हो गई हैं। हालांकि तेज प्रताप ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि वे स्वतंत्र रूप से अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करना चाहते हैं।
महुआ विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे तेज प्रताप
तेज प्रताप पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि वे इस बार महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। खुद को “महुआ का बबुआ” बताकर वे जनता के बीच अपनी पहचान मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने संबोधनों में वे बार-बार दावा करते हैं कि महुआ की जनता उनके साथ है और वे इस सीट से जीत हासिल करेंगे।

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क्या बनेगा तीसरा मोर्चा?
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बिहार की सियासत में अब सवाल उठ रहा है कि क्या तेज प्रताप के बागी तेवर और AIMIM की सक्रियता मिलकर राज्य में तीसरे मोर्चे का उदय कर सकते हैं। विपक्षी वोटों के बंटवारे की संभावना से महागठबंधन और कांग्रेस दोनों ही परेशान दिख रही हैं।
राहुल गांधी और तेज प्रताप की टक्कर
तेज प्रताप की यात्रा सीधे-सीधे राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा को चुनौती देती नजर आ रही है। तेज प्रताप का कहना है कि बिहार के असली मुद्दे रोजगार, स्वास्थ्य और पलायन हैं, जबकि वोटर लिस्ट को राजनीतिक हथियार बनाना जनता के साथ धोखा है।
राजद नेताओं पर सीधा हमला
तेज प्रताप ने अपनी यात्रा के दौरान राजद नेता संजय यादव पर मारपीट का आरोप लगाया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा – “एक जयचंद तुलसी माला पहनकर भाग रहा है, मेरी हुंकार सुनकर सब जयचंद भागेंगे।” उनके इन बयानों से यह साफ हो रहा है कि वे न सिर्फ विपक्ष पर बल्कि अपनी ही पार्टी के भीतर उठ रहे विरोधियों को भी खुली चुनौती दे रहे हैं।
निष्कर्ष
तेज प्रताप यादव की जन संवाद यात्रा ने बिहार चुनाव 2025 से पहले राजनीति का माहौल गर्मा दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या उनका यह संघर्ष महज व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा तक सीमित रहेगा, या फिर वास्तव में बिहार की राजनीति को नई दिशा देगा।