भारत में तुर्की प्रोडक्ट्स का बहिष्कार, जानिए तुर्की प्रोडक्ट्स की पूरी लिस्ट
भारत में तुर्की प्रोडक्ट्स का बहिष्कार, जानिए तुर्की प्रोडक्ट्स की पूरी लिस्ट

भारत में तुर्की प्रोडक्ट्स का बहिष्कार, जानिए तुर्की प्रोडक्ट्स की पूरी लिस्ट
12:00 AM, May 11, 2025
O News हिंदी Desk
तुर्की ने दिया पाकिस्तान का साथ, भारत में शुरू हुआ तुर्की प्रोडक्ट्स का बहिष्कार – जानिए कौन से हैं ये उत्पाद
नई दिल्ली:भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के दौरान तुर्की ने जिस तरह से पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया, उसने भारतीय जनता की भावनाओं को आहत किया है। अब देशभर में तुर्की और उसके सहयोगी देशों जैसे अजरबैजान और उज्बेकिस्तान के उत्पादों के बहिष्कार की मांग तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है और लोग 'देशविरोधी' देशों के सामान न खरीदने की अपील कर रहे हैं।
तुर्की बना पाकिस्तान का रणनीतिक साझेदार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए तुर्की के बने ड्रोन और सैन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया। तुर्की ने पाकिस्तान को हथियार, प्रशिक्षण और कूटनीतिक समर्थन प्रदान किया है। इस तरह के कदमों ने तुर्की को भारतीय जनमानस की नजरों में एक 'विलेन देश' बना दिया है।
भारत में बिकने वाले तुर्की उत्पाद – अब इनका हो रहा विरोध
भारत में तुर्की के निम्नलिखित उत्पाद बड़े पैमाने पर बिकते हैं, लेकिन अब इनका विरोध तेज हो गया है:
घरेलू और सजावटी वस्तुएं:
- तुर्की कालीन और गलीचे
- हैंडमेड डेकोरेटिव आइटम्स
- सिरेमिक टाइल्स और मोज़ेक आर्ट
- लक्जरी फर्नीचर
फैशन और लाइफस्टाइल:
- बुने हुए कपड़े और फैब्रिक्स
- फैशन गारमेंट्स
- तुर्की ज्वेलरी और एक्सेसरीज़
खाद्य सामग्री:
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- जैतून और ऑलिव ऑयल
- सूखे मेवे: हेज़लनट्स, बादाम, किशमिश, अखरोट
- तुर्किश चॉकलेट और मिठाइयां
- हर्बल चाय, मसाले और कन्फेक्शनरी
भारत-तुर्की व्यापार में गिरावट के संकेत
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और तुर्की के बीच कुल व्यापार 10.43 अरब डॉलर रहा था:
- भारत कानिर्यात: 6.65 अरब डॉलर
- भारत काआयात: 3.78 अरब डॉलर
लेकिनफरवरी 2024 से फरवरी 2025के बीच इस व्यापार में भारी गिरावट दर्ज की गई:
- तुर्की को भारत कानिर्यात2.06% गिरकर 470 मिलियन डॉलर से 461 मिलियन डॉलर रह गया
- तुर्की से भारत काआयात61.9% गिरकर 375 मिलियन डॉलर से 143 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया
यह गिरावट स्पष्ट संकेत है कि भारत में तुर्की के खिलाफ जनभावना अब व्यापार को भी प्रभावित कर रही है।
सोशल मीडिया पर विरोध, टूरिज़्म भी निशाने पर
हर साल लाखों भारतीय पर्यटक तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों की यात्रा करते हैं, लेकिन अब सोशल मीडिया पर लोग इन देशों की यात्रा को भी बायकॉट करने की अपील कर रहे हैं। ट्रैवल एजेंसियों और टूर ऑपरेटर्स को भी तुर्की पैकेज के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं।
निष्कर्ष: अब हर भारतीय को सोच-समझकर खरीदारी करनी होगी
तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करना सिर्फ एक कूटनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता से जुड़ा सवाल है। ऐसे में तुर्की के सामान का बहिष्कार केवल एक आर्थिक कदम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व और एकजुटता का प्रतीक बन गया है।
👉 क्या आप भी तुर्की के सामान का बहिष्कार करते हैं? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर दें।