कर्नाटक में कांग्रेस पर ‘वोट चोरी’ का आरोप | हाईकोर्ट का बड़ा फैसला और राहुल गांधी की ‘हाइड्रोजन बम’ चेतावनी
कर्नाटक हाईकोर्ट ने कांग्रेस विधायक नंजेगौड़ा की जीत को रद्द कर पुनर्गणना का आदेश दिया। बीजेपी ने कांग्रेस पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया। अब सबकी निगाहें राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस और उनके ‘हाइड्रोजन बम’ बयान पर।

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (फोटो साभार : (TV9 भारतवर्ष)
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12:31 PM, Sep 18, 2025
O News हिंदी Desk
कर्नाटक में कांग्रेस पर ‘वोट चोरी’ का आरोप, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला और राहुल गांधी की ‘हाइड्रोजन बम’ चेतावनी
नई दिल्ली/बेंगलुरु। कर्नाटक की राजनीति में मंगलवार को बड़ा धमाका हुआ। जिस ‘वोट चोरी’ का मुद्दा कांग्रेस नेता राहुल गांधी महीनों से उठा रहे थे, वही आरोप अब उनकी ही पार्टी के विधायक पर लग गया है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने मालूर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वाई नंजेगौड़ा की जीत को अमान्य कर दिया है। कोर्ट ने वोटों की गिनती में गड़बड़ी का हवाला देते हुए 4 हफ्तों के भीतर पुनर्गणना (Recounting) का आदेश दिया है। इस फैसले के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और पूछा कि राहुल गांधी अब अपने ही विधायक के खिलाफ ‘वोट चोरी यात्रा’ निकालेंगे या नहीं?
हाईकोर्ट का फैसला: नंजेगौड़ा की सदस्यता पर संकट
कर्नाटक हाईकोर्ट ने 16 सितंबर 2025 को सुनाए अपने फैसले में कहा कि 2023 विधानसभा चुनाव में मालूर सीट पर वोटों की गिनती में गंभीर गड़बड़ियां हुईं।
- जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा गिनती की वीडियो रिकॉर्डिंग कोर्ट में पेश नहीं की गई।
- कई वोटों को वैध या अवैध घोषित करने में अनियमितता के आरोप लगे।
- परिणामों पर गंभीर सवाल उठे, जिसके चलते कोर्ट ने चुनाव परिणाम को अमान्य कर दिया।
हालाँकि, हाईकोर्ट ने नंजेगौड़ा को राहत भी दी है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है। अगर वे अपील में भी राहत नहीं पा सके तो उनकी विधायकी खतरे में पड़ जाएगी।
मालूर सीट का चुनावी गणित
मालूर विधानसभा सीट कर्नाटक की कोलार लोकसभा क्षेत्र में आती है और यह अनुसूचित जाति (SC) आरक्षित सीट है।
- 2023 चुनाव में नंजेगौड़ा (कांग्रेस) को 29.4% वोट मिले थे।
- भाजपा के मंजीनाथ गौड़ा को 29.26% वोट हासिल हुए।
- निर्दलीय हुड्डी विजयकुमार तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 28.48% वोट मिले।
- जेडीएस प्रत्याशी को महज 10.17% वोट ही मिले।
यानी, यहाँ का मुकाबला बेहद करीबी था। कुल मत प्रतिशत में मामूली अंतर ने चुनाव को और अधिक विवादास्पद बना दिया।
बीजेपी का पलटवार: "अब कौन है वोट चोर?"
हाईकोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी हमलावर हो गई। बीजेपी विधायक दल के नेता आर. अशोक ने कहा:
"राहुल गांधी लगातार बीजेपी और चुनाव आयोग को बदनाम करते रहे हैं। लेकिन अब कर्नाटक हाईकोर्ट ने साबित कर दिया कि कांग्रेस ने ही वोट चोरी की। क्या राहुल गांधी अब अपने विधायक के खिलाफ ‘वोट चोरी यात्रा’ निकालेंगे?"
बीजेपी नेताओं ने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा "दोहरा मापदंड" अपनाती है। जब चुनाव में हार होती है तो वह ‘ईवीएम हैकिंग’ और ‘वोट चोरी’ का मुद्दा उठाती है, लेकिन अब उनकी ही पार्टी के विधायक पर सवाल उठ रहे हैं।
राहुल गांधी का ‘हाइड्रोजन बम’ बयान
इस राजनीतिक हलचल के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बताया कि राहुल गांधी 18 सितंबर 2025 की सुबह 10 बजे इंदिरा भवन में विशेष प्रेस ब्रीफिंग करेंगे।
राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस जल्द ही "वोट चोरी" के खिलाफ ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ेगी, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब देने की स्थिति में नहीं होंगे। इससे पहले वे कई बार कह चुके हैं कि बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और चुनाव आयोग पर भी सवाल उठा चुके हैं।
लेकिन, अब जबकि उनके ही विधायक नंजेगौड़ा पर "वोट चोरी" का आरोप कोर्ट ने माना है, तो सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले पर कुछ बोलेंगे या नहीं?
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नंजेगौड़ा की विधायकी रद्द कर दोबारा वोटो की गिनती का आदेश दिया
कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं
कांग्रेस के लिए यह मामला बेहद असहज स्थिति लेकर आया है।
- नंजेगौड़ा की पहचान मालूर में मजबूत दलित नेता के तौर पर रही है।
- हाल ही में उनका नाम कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के अध्यक्ष पद के दावेदार के रूप में भी सामने आया था।
- अगर उनकी विधायकी गई तो कांग्रेस को न केवल सीट गंवानी पड़ सकती है बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी झटका लगेगा।
जनता में संदेश: कौन करेगा फायदा?
विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले से मालूर ही नहीं, बल्कि पूरे कर्नाटक की राजनीति प्रभावित होगी।
- बीजेपी इस मुद्दे को राहुल गांधी की कथनी और करनी में फर्क बताने के लिए इस्तेमाल करेगी।
- कांग्रेस बचाव की मुद्रा में आ सकती है और इसे "तकनीकी मामला" बताकर टालने की कोशिश करेगी।
- जेडीएस और निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए यह मौका हो सकता है कि वे इस सीट पर नए समीकरण बनाएं।
हाईकोर्ट के फैसले के बाद संभावित परिदृश्य
- अगर पुनर्गणना में बीजेपी उम्मीदवार मंजीनाथ गौड़ा विजयी घोषित होते हैं तो कांग्रेस की साख पर बड़ा झटका लगेगा।
- अगर पुनर्गणना में नंजेगौड़ा की जीत दोबारा साबित होती है, तो कांग्रेस इसे "जनता की जीत" बताकर राहुल गांधी की रणनीति को और धार देगी।
- सुप्रीम कोर्ट में अपील की स्थिति में मामला लंबा खिंच सकता है और राजनीति में असमंजस की स्थिति बनी रह सकती है।
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निगाहें
कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले ने राहुल गांधी की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है।
- क्या वे बीजेपी पर नए आरोप लगाएंगे?
- क्या वे नंजेगौड़ा के बचाव में खड़े होंगे?
- या फिर "वोट चोरी" मुद्दे पर एक और राजनीतिक "बम" फोड़ेंगे?
निष्कर्ष
कर्नाटक की मालूर सीट से उठी "वोट चोरी" की गूंज ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी, जो अब तक इस मुद्दे को बीजेपी के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे थे, अब उन्हें अपनी ही पार्टी के विधायक पर लगे आरोपों का सामना करना होगा।
कर्नाटक हाईकोर्ट के इस फैसले से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी हैं और बीजेपी को राजनीतिक हथियार मिल गया है। अब सबकी नजरें 18 सितंबर की सुबह राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं। क्या उनका "हाइड्रोजन बम" बीजेपी पर गिरेगा या कांग्रेस पर ही उल्टा असर करेगा, यह देखने वाली बात होगी।