"धर्म के नाम पर कमाई! हिंदू देवी-देवताओं को गाली देकर फेमस हुई सरोज सरगम, 6 FIR के बाद भी क्यों है आज़ाद?"
मिर्जापुर की यूट्यूबर सरोज सरगम हिंदू देवी-देवताओं को गालियाँ देकर यूट्यूब से पैसे कमा रही है। माँ दुर्गा पर अभद्र टिप्पणी के बाद 6 FIR दर्ज, लेकिन गिरफ्तारी अब तक नहीं। जानिए पूरा मामला।

saroj sargam के वीडियो Thumbnail (फोटो साभार : YT_@sarojsargammirzapur8750)
delhi
6:18 PM, Sep 20, 2025
O News हिंदी Desk
हिंदू देवी-देवताओं को गालियाँ देकर कमाई कर रही सरोज सरगम, 6 FIR दर्ज होने के बाद भी आज़ाद घूम रही मिर्जापुर की यूट्यूबर
प्रयागराज और मिर्जापुर के बीच से फैल रही नफ़रत की ‘ऑनलाइन दुकान’
सोशल मीडिया के इस दौर में हर कोई वायरल होना चाहता है। कोई मोटिवेशनल वीडियो बनाता है, कोई डांस करता है, कोई मज़ेदार कंटेंट डालता है। लेकिन यूपी के मिर्जापुर से ताल्लुक रखने वाली यूट्यूबर सरोज सरगम ने वायरल होने और पैसे कमाने का एक बेहद ख़तरनाक और विवादित रास्ता चुना।
इस महिला का तरीका ऐसा है, जिसे पढ़कर और देखकर किसी भी आस्थावान हिंदू का खून खौल उठे। सरोज सरगम अपने वीडियो में हिंदू देवी-देवताओं को गालियाँ देती है, अभद्र भाषा का प्रयोग करती है और समाज में ज़हर घोलने वाला कंटेंट तैयार करती है।
यूट्यूब चैनल पर उसका नाम है ‘सरोज सरगम मिर्जापुर’। हैरानी की बात यह है कि इस चैनल पर 62.6K सब्सक्राइबर हैं और अब तक 40 से अधिक विवादित वीडियो अपलोड हो चुके हैं।
माँ दुर्गा को कहा ‘रं#$ और हत्यारिन’, पूरे समाज में भड़का गुस्सा
हाल ही में अपलोड किए गए एक वीडियो में सरोज सरगम ने माँ दुर्गा के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उसने देवी को ‘रं#$ और हत्यारिन’ कहा। सोशल मीडिया पर जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, गुस्से की लहर पूरे हिंदू समाज में दौड़ गई।
लोगों ने ट्विटर (अब X) और फेसबुक पर लगातार पोस्ट कर इस महिला की गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी। कई हिंदू संगठनों ने भी बयान जारी करके यूपी पुलिस और योगी सरकार से सख्त कार्रवाई करने की अपील की।
6 FIR दर्ज लेकिन कार्रवाई अब तक अधूरी
अब तक सरोज सरगम के खिलाफ कुल 6 FIR दर्ज हो चुकी हैं। अलग-अलग ज़िलों में शिकायतें दर्ज होने के बावजूद पुलिस की सुस्ती से लोग नाराज़ हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स साफ लिख रहे हैं कि “जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक रिपोस्ट जारी रहेगा।”
लोगों का यह भी कहना है कि SC/ST एक्ट का डर पुलिस और आम नागरिकों को खुलकर विरोध करने से रोक देता है। ऐसे में आरोपी महिला लगातार अभद्र और आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करती जा रही हैsaroj sargam

saroj sargam ने 6 FIR पर मिशनरियों से माँगी मदद
चैनल पर भरा पड़ा है ज़हर: शिव, विष्णु और ब्राह्मणों पर हमला
यूट्यूब पर मौजूद उसके वीडियो देखकर साफ हो जाता है कि यह महिला सुनियोजित तरीके से हिंदू आस्था को निशाना बना रही है।
- एक वीडियो का टाइटल है: ‘ब्राह्मणों ने शिव का लिंग काटा’। इसमें भगवान शिव और ब्राह्मणों के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इस वीडियो को अब तक 1.9 लाख लोग देख चुके हैं।
- दूसरी वीडियो का टाइटल है: ‘आंदोलन में आओ ब्राह्मण भगाओ’। इसमें वह ब्राह्मणों को जुल्मी बताकर लोगों से उन्हें समाज से बाहर करने की अपील करती है। इस वीडियो को 6.1 लाख व्यूज़ मिल चुके हैं।
- एक अन्य वीडियो में वह हिंदू धर्म छोड़ने और देवी-देवताओं को “चोर और लुटेरा” बताने जैसी बातें कहती है।
स्पष्ट है कि सरोज सरगम का कंटेंट धर्म और जाति के आधार पर नफ़रत फैलाने वाला है।
पैसे कमाने का ज़रिया बना धर्म का अपमान
शुरुआत में जब सरोज सरगम ने सामान्य बिरहा और लोकगीत डाले तो लोगों ने उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया। व्यूज कम मिले। लेकिन जब उसने हिंदू देवी-देवताओं का मज़ाक उड़ाना शुरू किया, अभद्र गाने और गालियाँ डालीं, तब अचानक उसके चैनल पर व्यूज आने लगे।
उदाहरण के लिए:
- उसकी एक वीडियो का टाइटल है ‘जीजा जी चाट लो मेला में आकर’।
- इस तरह के भद्दे टाइटल और कंटेंट से वह न केवल वायरल हुई बल्कि अच्छी-खासी कमाई भी करने लगी।
दरअसल, जितना विवादित कंटेंट, उतने ज़्यादा व्यूज और उतना ही ज्यादा यूट्यूब से पैसा।
इन्हें भी पढ़ें



FIR के बाद भी मिल रहा है ‘मिशनरी समर्थन’?
अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर का जिक्र करते हुए सरोज सरगम ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक पत्र भी पोस्ट किया। इसमें उसने लिखा कि वह “मिशनरी ऐतिहासिक गीत” गाती है और समाज को जगाने का काम करती है। साथ ही उसने मिशनरी संगठनों और पार्टियों से “तन-मन-धन से सहयोग” की अपील भी की।
यह संकेत देता है कि कहीं न कहीं उसे कुछ संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है।
सोशल मीडिया पर गिरफ्तारी की माँग तेज
- ट्विटर (X) पर हैशटैग #ArrestSarojSargam ट्रेंड करने लगा।
- फेसबुक और यूट्यूब पर लोग लगातार वीडियो शेयर कर कह रहे हैं कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होती, विरोध जारी रहेगा।
- कई यूजर्स ने यूपी पुलिस को टैग करते हुए लिखा कि “अगर हिंदू देवी-देवताओं को गाली देना अपराध नहीं है, तो फिर कानून किसके लिए है?”
हिंदू संगठनों का कहना है कि यह मामला आस्था और संस्कृति पर हमला है और सरकार को तुरंत गिरफ्तारी करनी
चाहिए।
मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी, छः FIRs के उपरांत भी ये लड़की बाहर है अभी तक और @AshwiniVaishnaw जी, आपके मंत्रालय से इसका चैनल बंद क्यों नहीं करवाया जा रहा?
— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) September 20, 2025
क्या किसी भी अन्य मजहब के विरुद्ध ऐसा बेल कर कोई फ्री घूम सकता है? या चैनल चला सकता है @GoI_MeitY? @Uppolice इसे अरेस्ट… pic.twitter.com/gMlSgVWSTp
🚨गिरफ्तारी होने तक- Repost रुकना नहीं चाहिए🚨
— Bhagwa Squad (@BhagwaSquad) September 19, 2025
**मिर्जापुर*की*सरोज*जिसका यूट्यूब चैनल “Saroj Sargam Mirzapur” के नाम से है ये मां दुर्गा को र*ण्डी बोल रही है, भगवान विष्णु को बला*त्कारी बता रही है😡
पर मिर्जापुर पुलिस इसे गिरफ्तार करने का नाम नहीं ले रही, क्या पुलिस दंगे भड़कने… pic.twitter.com/0ij6YOzqJa
यूट्यूब पर नफरत का धंधा
मौजूदा समय में ‘सरोज सरगम मिर्जापुर’ चैनल पर 62.6K सब्सक्राइबर और 40 से ज्यादा वीडियो हैं। इन वीडियो पर लाखों व्यूज मिलते हैं।
स्पष्ट है कि जितनी ज्यादा गालियाँ, उतने ज्यादा व्यूज और पैसे। यानी यह पूरा मामला नफ़रत और अश्लीलता को ‘कंटेंट बिज़नेस’ बनाने का है।
बड़ा सवाल: कब होगी कार्रवाई?
- क्या यूपी पुलिस केवल FIR दर्ज करके अपनी जिम्मेदारी पूरी समझ रही है?
- क्या सरकार सोशल मीडिया पर लगातार फैल रही इस नफ़रत को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगी?
- क्या यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स इस तरह के चैनलों पर सख्ती दिखाएँगे?
लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे चैनल समाज को और ज्यादा ज़हर देंगे।
निष्कर्ष
मिर्जापुर की यूट्यूबर सरोज सरगम का मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नफ़रत और धर्म के अपमान के जरिए पैसे कमाने का खतरनाक ट्रेंड है।
- 6 FIR दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी न होना प्रशासन की नाकामी है।
- हिंदू संगठनों और आम जनता का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है।
- सोशल मीडिया पर “तुरंत गिरफ्तारी” की माँग एक जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है।
अब सवाल है कि क्या योगी सरकार इस मामले में कठोर कदम उठाकर हिंदू समाज की भावनाओं की रक्षा करेगी या फिर यह यूट्यूबर और ज्यादा नफ़रत फैलाती रहेगी?
Source: ऑपइंडिया