I LOVE MOHAMMAD CASE LIVE: यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई
I Love Mohammad Case LIVE Updates: वाराणसी-उन्नाव में उपद्रव पर यूपी पुलिस का कड़ा एक्शन, FIR, गिरफ्तारी और ड्रोन निगरानी जारी।

UP Police की बड़ी कार्रवाई
uttarpradesh
1:21 PM, Sep 23, 2025
O News हिंदी Desk
I Love Mohammad Case LIVE: यूपी पुलिस का बड़ा एक्शन, चुन-चुनकर हो रही गिरफ्तारी
परिचय
उत्तर प्रदेश में हाल ही में शुरू हुआ “I Love Mohammad” विवाद अब तेजी से कई जिलों तक फैल चुका है। कानपुर से शुरू हुआ यह मामला वाराणसी, उन्नाव और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों तक पहुंच गया है। जगह-जगह मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बिना अनुमति जुलूस निकाले और पुलिस प्रशासन के साथ टकराव की स्थिति पैदा कर दी। कई जगहों पर पत्थरबाजी, मारपीट और नारेबाजी की घटनाएं सामने आई हैं। अब उत्तर प्रदेश पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है।
वाराणसी: नाबालिगों पर भी केस दर्ज
वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के लल्लापुरा इलाके से यह मामला चर्चा में आया। यहां करीब 20 नाबालिगों ने बिना अनुमति “I LOVE Mohammad” लिखे बैनर और तख्ती लेकर जुलूस निकाला। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आरोप है कि इस जुलूस के दौरान रामलीला कार्यक्रम के बीच धार्मिक नारे लगाए गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी नाबालिगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

“I LOVE Mohammad” लिखे बैनर और तख्ती
उन्नाव: पुलिस पर पथराव और मारपीट
उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में स्थिति और ज्यादा गंभीर रही। यहां बिना अनुमति निकाले गए जुलूस के दौरान पुलिस पर पथराव और मारपीट हुई। हालात बिगड़ने पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
- पुलिस ने अब तक 8 नामजद और 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
- जिन नामजद आरोपियों पर केस दर्ज हुआ है उनमें शाने वारिस, आफाक अहमद, अयाज, नौशाद और सोनू शामिल हैं।
- इन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं बाकी आरोपियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। खुफिया विभाग और LIU की टीम भी सक्रिय है।
ड्रोन से निगरानी और PAC की तैनाती
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए उन्नाव पुलिस ने चार ड्रोन कैमरों से पूरे मोहल्ले की निगरानी शुरू की है। इसके अलावा पुलिस के साथ-साथ PAC की तैनाती भी कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक ने साफ किया है कि किसी भी तरह के शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। जो लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
कानपुर से शुरू हुआ था विवाद
यह पूरा मामला सबसे पहले कानपुर से सामने आया था। वहां कुछ लोगों ने “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लेकर जुलूस निकाला, जिसके बाद धीरे-धीरे यह मामला अन्य जिलों में भी फैलने लगा। पुलिस का कहना है कि यह सुनियोजित तरीके से माहौल बिगाड़ने की कोशिश थी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की भूमिका
इस पूरे मामले को तूल देने में सोशल मीडिया ने बड़ी भूमिका निभाई है। कई वीडियो X (Twitter), Facebook और Instagram पर वायरल हुए, जिनमें बच्चों और युवाओं को बैनर लेकर नारेबाजी करते देखा गया।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि उपद्रव से जुड़े किसी भी भ्रामक या उकसाने वाले कंटेंट को शेयर करने पर आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
उत्तराखंड तक पहुंचा मामला
यह विवाद अब उत्तर प्रदेश से निकलकर उत्तराखंड तक भी पहुंच गया है। कुछ जिलों में जुलूस निकालने और धार्मिक नारेबाजी के मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस प्रशासन ने सभी जिलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
सरकार और प्रशासन का रुख
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले पर सख्त निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस और प्रशासन को आदेश है कि जो भी लोग उपद्रव में शामिल हैं, उन्हें चुन-चुनकर गिरफ्तार किया जाए और कड़ी कार्रवाई की जाए।
हाईलाइट्स (I Love Mohammad Case LIVE Updates)
- वाराणसी में 20 नाबालिगों पर केस दर्ज।
- उन्नाव में 8 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR।
- पुलिस पर पथराव और मारपीट का मामला दर्ज।
- ड्रोन कैमरों और PAC की तैनाती।
- 5 आरोपी जेल भेजे गए, बाकी की तलाश जारी।
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जांच तेज।
- उत्तराखंड तक फैला विवाद, जिलों में हाई अलर्ट।
आम जनता की प्रतिक्रिया
इस मामले ने आम जनता को भी दो हिस्सों में बांट दिया है।
- कुछ लोग मानते हैं कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़ा मामला है।
- वहीं, दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग इसे सुनियोजित उपद्रव बता रहे हैं, जिसका मकसद केवल माहौल बिगाड़ना था।
निष्कर्ष
“I Love Mohammad” विवाद फिलहाल शांत होने के बजाय और ज्यादा फैलता जा रहा है। पुलिस की कड़ी कार्रवाई के बावजूद कई जिलों में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। ऐसे में सरकार और प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती है कि इस मामले को और जिलों में न फैलने दिया जाए।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस न केवल लगातार गिरफ्तारी कर रही है, बल्कि सोशल मीडिया और इलाके की भी पैनी निगरानी कर रही है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपियों को पकड़कर माहौल सामान्य कर पाती है।
Source: News 18 hindi