शर्मिष्ठा पनोली को इंटरनेशनल सपोर्ट: डच नेता और पवन कल्याण ने की PM मोदी से अपील
शर्मिष्ठा पनोली को इंटरनेशनल सपोर्ट: डच नेता और पवन कल्याण ने की PM मोदी से अपील

शर्मिष्ठा पनोली को इंटरनेशनल सपोर्ट: डच नेता और पवन कल्याण ने की PM मोदी से अपील
12:00 AM, Jun 1, 2025
O News हिंदी Desk
शर्मिष्ठा पनोली विवाद: डच नेता और पवन कल्याण उतरे समर्थन में, पीएम मोदी से लगाई न्याय की गुहार
Sharmistha Panoli Controversy | ऑपरेशन सिंदूर | Geert Wilders on Sharmistha | Sharmistha Arrest | Pawan Kalyan Support | Free Speech in India
पुणे की 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और कंटेंट क्रिएटरशर्मिष्ठा पनोलीकी गिरफ्तारी के बाद मामला अब अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है।कोलकाता पुलिसद्वारा की गई इस गिरफ्तारी के खिलाफ अबनीदरलैंडके राष्ट्रवादी नेतागीर्ट वाइल्डर्सऔरआंध्र प्रदेशके उपमुख्यमंत्रीपवन कल्याणखुलकर सामने आ गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी बनी गिरफ्तारी की वजह
शर्मिष्ठा पनोली पर आरोप है कि उन्होंने‘ऑपरेशन सिंदूर’से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें कुछसांप्रदायिक और विवादास्पद टिप्पणियांथीं। इसी आधार पर 30 मई को उन्हेंगुरुग्राम से गिरफ्तारकिया गया और कोलकाता की अदालत ने उन्हें14 दिन की न्यायिक हिरासतमें भेज दिया।
गीर्ट वाइल्डर्स का तीखा बयान: "शर्मिष्ठा को रिहा करो"
डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स, जो अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं, ने'X' (पूर्व में ट्विटर)पर पोस्ट करते हुए कहा –
उन्होंनेपीएम नरेंद्र मोदी से व्यक्तिगत अपीलकरते हुए इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की।
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पवन कल्याण ने उठाए सवाल: "सेक्युलरिज़्म ढाल नहीं, सबके लिए बराबर हो"
जनसेना पार्टीप्रमुख और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएमपवन कल्याणने भी इस गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा:
उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस सेन्यायपूर्ण और निष्पक्ष कार्रवाईकी अपील की और सवाल उठाया कि जबटीएमसी नेता सनातन धर्म का अपमान करते हैं, तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती?
शर्मिष्ठा की सफाई: वीडियो डिलीट कर मांगी माफी
शर्मिष्ठा पनोली ने विवाद के बादवीडियो हटाकर सार्वजनिक माफीभी मांग ली थी। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं था। बावजूद इसके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अन्य नेताओं के विवादित बयानों परकोई कार्रवाई नहीं होती, जो कि एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो गया है।
क्या यह फ्री स्पीच पर हमला है?
शर्मिष्ठा पनोली का मामला अब"फ्री स्पीच बनाम धार्मिक संवेदनशीलता"की बड़ी बहस में तब्दील हो चुका है। सोशल मीडिया पर #FreeSharmistha और #JusticeForSharmistha ट्रेंड कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में सरकार क्या रुख अपनाती है।