Karnataka SBI Bank Robbery: विजयपुरा में सेना की वर्दी पहनकर लुटेरों ने 59 किलो सोना और 8 करोड़ कैश उड़ाया
Karnataka SBI Bank Robbery: कर्नाटक के विजयपुरा में भारतीय स्टेट बैंक की चादचान शाखा से 59 किलो सोना और 8 करोड़ रुपये नकद लूट लिए गए। पांच नकाबपोश लुटेरे सेना की वर्दी पहनकर बैंक में घुसे और 20 मिनट में वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।

SBI Bank Robbery
delhi/karnatka
1:11 PM, Sep 17, 2025
O News हिंदी Desk
कर्नाटक के विजयपुरा में SBI बैंक से 59 किलो सोना और 8 करोड़ कैश लूटकर फरार हुए लुटेरे
Karnataka SBI Bank Robbery: कर्नाटक के विजयपुरा जिले में मंगलवार शाम एक ऐसी डकैती हुई जिसने पूरे देश को चौंका दिया। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की चादचान शाखा पर पांच नकाबपोश लुटेरों ने सेना की वर्दी पहनकर धावा बोला और महज 20 मिनट में बैंक से 59 किलो सोना और करीब 8 करोड़ रुपये नकद लेकर फरार हो गए।
यह घटना न सिर्फ कर्नाटक बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। पुलिस ने महाराष्ट्र सीमा तक नाकेबंदी कर दी है और एक संदिग्ध कार भी बरामद की है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर लूट की योजना कैसे बनाई गई और इसे अंजाम देने वाले कौन हैं?
लूट से जुड़ी बड़ी बातें
- घटना: SBI बैंक, चादचान शाखा, विजयपुरा (कर्नाटक)
- समय: मंगलवार शाम करीब 5 बजे
- लुटेरे: पांच नकाबपोश बदमाश, सेना की वर्दी में
- लूट: 59 किलो सोना + 8 करोड़ रुपये नकद
- हथियार: देसी पिस्तौल और अन्य हथियार
- पुलिस कार्रवाई: महाराष्ट्र सीमा पर नाकेबंदी, संदिग्ध कार बरामद
कैसे हुई SBI बैंक में करोड़ों की लूट?
मंगलवार शाम करीब 5 बजे SBI चादचान शाखा में सामान्य दिन की तरह काम चल रहा था। तभी मिलिट्री स्टाइल की यूनिफॉर्म पहने पांच हथियारबंद बदमाश बैंक में घुसे। हाथों में देशी पिस्तौल और अन्य हथियार लहराते हुए उन्होंने सबसे पहले बैंक मैनेजर और कर्मचारियों को बंधक बना लिया।
लुटेरों ने कर्मचारियों को धमकाते हुए तिजोरी खुलवाई और उसमें रखा सोना व नकदी बक्सों में भर लिया। पूरी वारदात इतनी तेज़ी से हुई कि किसी को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला। बैंक में मौजूद लोग सहमे रहे और बाहर की दुनिया को इसकी भनक तक नहीं लगी।
मास्क और दस्तानों से छिपाई पहचान
गवाहों के अनुसार, सभी लुटेरे मास्क और दस्ताने पहने हुए थे। इस वजह से उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया। लूट की पूरी वारदात सिर्फ 15 से 20 मिनट के भीतर अंजाम दी गई और इसके बाद लुटेरे सफेद रंग की कार में बैठकर महाराष्ट्र की ओर फरार हो गए।
बैंक में लगे CCTV कैमरों में यह पूरी घटना कैद हो गई है। फुटेज देखकर साफ लग रहा है कि यह कोई सामान्य लूट नहीं, बल्कि फिल्मी अंदाज में की गई एक प्रोफेशनल प्लानिंग थी।
कितना सोना और कैश लूटा गया?
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, लुटेरे बैंक से लगभग 59 किलो सोना और करीब 8 करोड़ रुपये कैश लेकर भागे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि लूट का कुल मूल्य कई सौ करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि यह शाखा ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां बड़ी मात्रा में सोना जमा रखा जाता है। यही वजह है कि यह डकैतों का निशाना बना।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
जैसे ही वारदात की खबर फैली, विजयपुरा पुलिस हरकत में आ गई। तुरंत महाराष्ट्र सीमा और आसपास के जिलों में नाकेबंदी की गई। पुलिस ने महाराष्ट्र के सांगली जिले में लुटेरों की एक संदिग्ध कार बरामद की है, जिसमें कुछ सोने के गहने और हथियार मिले हैं।
एसपी विजयपुरा ने कहा:
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“हमने विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। लुटेरों को पकड़ने के लिए सीमा पर सघन जांच अभियान चल रहा है। बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
क्या ‘मनी हाइस्ट’ से प्रेरित थी यह लूट?
पिछले कुछ वर्षों में कर्नाटक में बैंक डकैतियों की घटनाएं बढ़ी हैं। कुछ महीने पहले दावणगेरे जिले में SBI शाखा से 17 किलो सोना चोरी की घटना सामने आई थी, जिसमें लुटेरे वेब सीरीज “मनी हाइस्ट” से प्रेरित बताए गए थे।
विजयपुरा की इस लूट को देखकर भी यही लग रहा है कि अपराधियों ने किसी वेब सीरीज या फिल्म से प्रेरणा लेकर घटना को अंजाम दिया।
इलाके में दहशत, लोग बैंकिंग सुरक्षा पर सवाल उठा रहे
इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर SBI जैसी बड़ी शाखा में इतनी बड़ी लूट हो सकती है, तो छोटे बैंकों और ग्रामीण ग्राहकों की सुरक्षा का क्या होगा?
लोग सवाल उठा रहे हैं कि बैंक के सुरक्षा गार्ड, अलार्म सिस्टम और पुलिस पेट्रोलिंग के बावजूद अपराधियों ने इतनी आसानी से यह वारदात कैसे कर दी।
साइबर और क्राइम एक्सपर्ट्स की राय
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि अपराधी अब सिर्फ हथियारों पर नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी और रणनीति का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
एक क्राइम एनालिस्ट के मुताबिक:
- लुटेरों ने पहले से बैंक की गतिविधियों पर नजर रखी होगी।
- उन्हें मालूम था कि किस समय तिजोरी में कितना सोना और कैश होता है।
- सेना की वर्दी पहनना इस बात का संकेत है कि वे लोगों को तुरंत भरोसा दिलाना चाहते थे।
देशभर में क्यों चर्चा में है यह लूट?
इतनी बड़ी लूट भारत में शायद ही कभी हुई हो। SBI जैसे बड़े बैंक से करोड़ों रुपये और दर्जनों किलो सोना चोरी होना राष्ट्रीय सुरक्षा और बैंकिंग सिस्टम के लिए बड़ा खतरा है। यही वजह है कि यह खबर देशभर में सुर्खियां बटोर रही है।
निष्कर्ष
कर्नाटक का यह SBI बैंक डकैती कांड बताता है कि अपराधी अब और भी शातिर हो चुके हैं। पुलिस को जहां हाईटेक टेक्नोलॉजी और सुरक्षा उपायों का सहारा लेना होगा, वहीं बैंकों को भी CCTV, अलार्म सिस्टम और सुरक्षा गार्ड को और मजबूत करना होगा।
लोगों को उम्मीद है कि पुलिस जल्द से जल्द इन लुटेरों को पकड़कर कानून के हवाले करेगी, ताकि बैंकिंग सिस्टम पर भरोसा कायम रह सके।