लखीसराय में आरजेडी कैंडल मार्च में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, वीडियो वायरल
लखीसराय में आरजेडी कैंडल मार्च में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, वीडियो वायरल

लखीसराय में आरजेडी कैंडल मार्च में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, वीडियो वायरल
12:00 AM, Apr 27, 2025
O News हिंदी Desk
लखीसराय में आरजेडी कैंडल मार्च में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, वीडियो हुआ वायरल
न्यूज़ हाइलाइट्स
- लखीसराय में आरजेडी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला
- आरजेडी कार्यकर्ताओं ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए
- कैंडल मार्च में आरजेडी जिलाध्यक्ष कालीचरण दास और नेता प्रेम सागर की मौजूदगी
- सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल, विवाद बढ़ा
पूरी खबर
लखीसराय, बिहार।जम्मू-कश्मीर केपहलगाममें हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई। इस घटना के विरोध में और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिएलखीसरायजिले में देर शामआरजेडी (राजद)द्वारा एक कैंडल मार्च निकाला गया।
कैंडल मार्च के दौरान बड़ी संख्या मेंआरजेडी कार्यकर्ताशामिल हुए और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध जताने के बजाय'पाकिस्तान जिंदाबाद'के नारे लगाए, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इस घटना से क्षेत्र में विवाद खड़ा हो गया है, और वीडियो क्लिप्स ने सोशल मीडिया पर गर्म बहस छेड़ दी है।
कैंडल मार्च का आयोजन
इस कैंडल मार्च मेंआरजेडी जिलाध्यक्ष कालीचरण दासऔर पार्टी के नेताप्रेम सागरभी शामिल थे। मार्च का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए लोगों की श्रद्धांजलि अर्पित करना था, लेकिन नारेबाजी ने इस मार्च को राजनीतिक रूप से विवादास्पद बना दिया। मार्च के दौरान'पाकिस्तान जिंदाबाद'के नारे लगने से यह घटना चर्चा का केंद्र बन गई है।
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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस वीडियो में आरजेडी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए'पाकिस्तान जिंदाबाद'के नारे अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसने पूरे बिहार और खासकर लखीसराय जिले में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। लोग इसे राजनीति का एक नया मोड़ मान रहे हैं और कई राजनीतिक दलों ने इस घटना की आलोचना की है। हालांकि, कुछ कार्यकर्ता इस घटना को महज एक ग़लतफहमी मान रहे हैं और कह रहे हैं कि नारे लगाने वालों ने किसी अन्य संदर्भ में नारे लगाए थे।
विवाद के बाद प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राजनीति में गर्मा-गर्मी है।आरजेडीने इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए नकारा किया है, लेकिन विरोधी दलों ने इसे गंभीरता से लिया है। स्थानीय अधिकारियों ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है, और सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
निष्कर्ष
लखीसराय में हुआ यह कैंडल मार्च एक नया राजनीतिक विवाद उत्पन्न कर चुका है। अब सवाल उठता है कि इस तरह के विवादास्पद नारों के पीछे की सच्चाई क्या है और क्या इसे महज एक ग़लतफहमी माना जा सकता है? इस घटना के परिणाम जल्द ही सामने आएंगे, लेकिन फिलहाल यह पूरे प्रदेश में एक गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है।