S-400 की एक मिसाइल की कीमत कितनी है? जानें भारत के 'सुदर्शन चक्र' की ताकत और खर्च
S-400 की एक मिसाइल की कीमत कितनी है? जानें भारत के 'सुदर्शन चक्र' की ताकत और खर्च

S-400 मिसाइल की कीमत
12:00 AM, May 16, 2025
O News हिंदी Desk
आधी आबादी नहीं जानती: एक S-400 मिसाइल की कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश!
Content Highlights:
- ऑपरेशन सिंदूर में S-400 'सुदर्शन चक्र' का निर्णायक रोल
- 400 खतरों को हवा में किया तबाह
- S-400 सिस्टम की रेंज, ताकत और तकनीक
- एक मिसाइल दागने में आता है कितना खर्च?
- S-400 क्यों बना दुश्मनों का खौफ
S-400 Air Defense System: दुश्मनों का दु:स्वप्न, भारत की ढाल
नई दिल्ली– हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक तनाव एक बार फिर चर्चा में है। पाकिस्तान द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों को भारत ने अपने अत्याधुनिकS-400 'सुदर्शन चक्र' एयर डिफेंस सिस्टमकी मदद से नाकाम कर दिया। ये सिस्टम न केवल मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर देता है, बल्कि दुश्मन के मंसूबों को भी चकनाचूर कर देता है।
भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने करीब300 से 400 मिसाइलें और ड्रोनभारत की सीमाओं की ओर भेजे थे, लेकिन S-400 की सक्रियता ने दुश्मन के लगभग हर प्रयास को विफल कर दिया।
क्या है S-400 सिस्टम और क्यों है ये खास?
S-400, जिसे रूस ने विकसित किया है, दुनिया के सबसे खतरनाक और भरोसेमंद एयर डिफेंस सिस्टमों में गिना जाता है। भारत ने2018 में रूस से करीब 35,000 करोड़ रुपयेमें इसके5 स्क्वॉड्रनखरीदे थे। यह सिस्टम दुश्मन की मिसाइल, ड्रोन, फाइटर जेट या किसी भी हवाई खतरे को 400 किलोमीटर दूर से ही पहचानकर नष्ट कर सकता है।
- रडार क्षमता: 600 किमी तक निगरानी
- टारगेट डिस्ट्रक्शन रेंज: 400 किमी
- मौसम सहनशीलता: -50°C से +70°C
- एक बार में मिसाइल फायरिंग: 72 मिसाइलें
चार तरह की मिसाइलें, एक जानलेवा सिस्टम
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S-400 सिस्टम को बहुस्तरीय सुरक्षा देने के लिए इसमें चार रेंज की मिसाइलें होती हैं:
एक S-400 मिसाइल की कीमत सुन उड़ जाएंगे होश!
आम लोगों के लिए यह जानना चौंकाने वाला हो सकता है किएक S-400 मिसाइल को फायर करने का खर्चकितना ज्यादा होता है:
- 40N6E मिसाइल की कीमत: $1-2 मिलियन (लगभग8-16 करोड़ रुपये)
- अन्य मिसाइलें: $3 लाख से $1 मिलियन (लगभग2.5 करोड़ तक)
यानि हर बार जब भारत अपनी सुरक्षा के लिए एक S-400 मिसाइल दागता है, तो करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं। यह लागत दर्शाती है कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा में कितना गंभीर और प्रतिबद्ध है।
क्यों बना S-400 दुश्मनों के लिए डर का दूसरा नाम?
- यह सिस्टम टारगेट को केवल डिटेक्ट ही नहीं करता, बल्कि उन्हें हवा में ही तबाह करने की क्षमता रखता है।
- S-400 की मौजूदगी भर से दुश्मनों की रणनीति ध्वस्त हो जाती है।
- चीन, तुर्की और सऊदी अरब जैसे देश भी इस सिस्टम को खरीद चुके हैं, जिससे इसकी विश्वसनीयता और बढ़ जाती है।
निष्कर्ष: सस्ता नहीं, लेकिन अपराजेय है S-400
भले ही S-400 मिसाइल की कीमत करोड़ों में हो, लेकिन जब देश की सुरक्षा का सवाल हो, तो ये खर्च एक मजबूरी नहीं, गर्व की बात बन जाती है। ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि S-400 सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक ताकत का प्रतीक है।