Zakir Naik AIDS News: वकील ने खोला पूरा सच
सोशल मीडिया पर फैली खबरों को लेकर ज़ाकिर नाइक के वकील ने कहा—एड्स की अफवाहें पूरी तरह झूठी और दुर्भावनापूर्ण हैं। जानें पूरा सच।

Zakir Naik
delhi
12:54 PM, Sep 11, 2025
O News हिंदी Desk
ज़ाकिर नाइक को एड्स? वकील ने खोला पूरा सच
कुआलालंपुर/नई दिल्ली। भारत का भगोड़ा और विवादित इस्लामिक उपदेशक डॉ. ज़ाकिर नाइक एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है सोशल मीडिया पर चल रही वो ख़बरें, जिनमें दावा किया गया कि ज़ाकिर नाइक को मलेशिया में एड्स (AIDS) हो गया है और वह एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। हालांकि, अब इन ख़बरों पर खुद उनके वकील ने सामने आकर सफाई दी है और इन सभी दावों को "बकवास और झूठा प्रचार" करार दिया है।
वकील ने कहा – "पूरी तरह फर्जी और दुर्भावनापूर्ण"
ज़ाकिर नाइक के वकील अकबरदीन अब्दुल क़ादिर ने मलेशिया के प्रमुख पोर्टल मलेशियाकिनी से बात करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे ये दावे पूरी तरह मनगढ़ंत हैं। उन्होंने साफ कहा कि:
"यह पूरी तरह से झूठी और दुर्भावनापूर्ण अफवाह है। डॉ. ज़ाकिर नाइक बिल्कुल स्वस्थ हैं और उनके बारे में फैलाई जा रही इस तरह की खबरें सिर्फ उनकी छवि खराब करने की कोशिश है।"
वकील ने आगे बताया कि अफवाहों में यह कहा जा रहा था कि नाइक क्लैंग वैली के एक निजी अस्पताल में एड्स का इलाज करा रहे हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है।
स्वास्थ्य को लेकर वकील का दावा
अकबरदीन ने यह भी कहा कि हाल ही में जब उनकी मुलाकात डॉ. नाइक से हुई थी, तब वह पूरी तरह स्वस्थ थे और सामान्य जीवन जी रहे थे। उन्होंने कहा कि:
"जिन लोगों ने यह झूठी अफवाह फैलाई है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही ऐसे तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।"
अफ़वाह क्यों फैली?
विशेषज्ञों का मानना है कि ज़ाकिर नाइक की लोकप्रियता और उनका विवादित अतीत ही इस तरह की अफवाहों का कारण है। नाइक एक ऐसा नाम है जिसे लेकर भारत समेत कई देशों में हमेशा बहस छिड़ी रहती है। उनके भाषणों पर आतंकवाद और कट्टरपंथ फैलाने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य को लेकर फैली यह अफवाह एक राजनीतिक और धार्मिक एंगल भी रखती है।
भारत से भगोड़ा, मलेशिया में पनाह
डॉ. ज़ाकिर नाइक साल 2017 में भारत से भागकर मलेशिया चले गए थे। भारत में उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने के गंभीर आरोप हैं। भारतीय एजेंसियों ने उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के तहत मामले दर्ज किए हैं। लेकिन मलेशिया की सरकार ने उन्हें वहां "स्थायी निवासी" (Permanent Resident) का दर्जा दे रखा है और यही वजह है कि वे भारत की पकड़ से बाहर हैं।
पाकिस्तान का दौरा और विवाद
साल 2024 में ज़ाकिर नाइक पाकिस्तान गए थे, जहां उन्होंने कई धार्मिक और राजनीतिक मंचों पर भाषण दिए थे। उनकी मौजूदगी को लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी। भारत ने पाकिस्तान और मलेशिया दोनों से उनके प्रत्यर्पण की मांग की है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।
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कौन हैं ज़ाकिर नाइक?
- पूरा नाम: डॉ. ज़ाकिर अब्दुल करीम नाइक
- जन्म: 1965, मुंबई (भारत)
- पेशा: मेडिकल डॉक्टर (लेकिन 1991 से इस्लामी प्रचार में सक्रिय)
- संस्थापक: इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और पीस टीवी
ज़ाकिर नाइक खुद को इस्लामी विद्वान बताते हैं। वे कुरान और हदीस की व्याख्या अपने अंदाज में करते हैं और अक्सर अन्य धर्मों की तुलना इस्लाम से करते हैं। उनके समर्थक उन्हें "शांति और इस्लाम का प्रचारक" कहते हैं, जबकि आलोचक मानते हैं कि उनके भाषणों ने कई युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेला है।
दुनिया के 500 प्रमुख इस्लामी विद्वानों की सूची में भी उनका नाम शामिल है। हालांकि, उन पर सलाफी विचारधारा को बढ़ावा देने और कट्टरपंथी सोच फैलाने के गंभीर आरोप हैं।
भारत में कानूनी मामले
भारत में ज़ाकिर नाइक पर कई गंभीर केस दर्ज हैं। इनमें मुख्य हैं:
- मनी लॉन्ड्रिंग: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुताबिक, नाइक ने करोड़ों रुपये की अवैध कमाई को विदेशों में निवेश किया।
- भड़काऊ भाषण: नाइक पर आरोप है कि उनके भाषणों से युवाओं को आतंकवाद की ओर प्रेरित किया गया।
- आतंकी कनेक्शन: जांच एजेंसियों का दावा है कि कुछ आतंकी घटनाओं में शामिल लोग नाइक से प्रभावित थे।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड
सोशल मीडिया पर फैली "ज़ाकिर नाइक को एड्स" वाली अफवाह ने तेजी से तूल पकड़ा। ट्विटर (X), फेसबुक और यूट्यूब पर इस खबर को हजारों बार शेयर किया गया। लेकिन वकील की सफाई के बाद यह साफ हो गया कि यह सिर्फ झूठी खबर थी।
क्यों ज़रूरी है फेक न्यूज़ की पड़ताल?
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि सोशल मीडिया पर फैली हर खबर को बिना जांचे-परखे सच मान लेना खतरनाक है। खासकर जब बात विवादित और संवेदनशील व्यक्तियों की हो, तो गलत सूचना समाज में तनाव और नफरत फैलाने का जरिया बन सकती है।
नाइक की रणनीति
वकील की ओर से सफाई आने के बाद माना जा रहा है कि ज़ाकिर नाइक और उनकी टीम अब फेक न्यूज़ फैलाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपना सकती है। क़ानूनी कार्रवाई की बात यह दिखाती है कि वे इस मुद्दे को हल्के में नहीं ले रहे।
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर फैली यह अफवाह कि डॉ. ज़ाकिर नाइक एड्स जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, पूरी तरह निराधार है। उनके वकील ने साफ कर दिया है कि नाइक स्वस्थ हैं और इस तरह की खबरें उनकी छवि धूमिल करने के लिए फैलाई जाती हैं। भारत में कानून से बचने और विदेश में सुरक्षित जीवन जी रहे नाइक को लेकर विवाद पहले भी कम नहीं थे, और अब यह नया मामला उनकी चर्चा को और हवा दे गया है।